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जहरीला कफ सिरप कांड: अब होलसेलर और केमिस्ट भी जांच के घेरे में, कई दुकानों पर कार्रवाई की तैयारी

जहरीला कफ सिरप कांड: अब होलसेलर और केमिस्ट भी जांच के घेरे में, कई दुकानों पर कार्रवाई की तैयारी छिंदवाड़ा/जबलपुर। मध्य प्रदेश ...

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Gajendra Thakur

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जहरीला कफ सिरप कांड: अब होलसेलर और केमिस्ट भी जांच के घेरे में, कई दुकानों पर कार्रवाई की तैयारी

छिंदवाड़ा/जबलपुर। मध्य प्रदेश में बच्चों की मौत से जुड़े जहरीले कफ सिरप कांड की जांच अब तेजी से आगे बढ़ रही है। पहले जहां जांच का दायरा दवा कंपनी के मालिक और डॉक्टर तक सीमित था, वहीं अब यह होलसेलर और केमिस्ट तक पहुंच गया है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने पुलिस को अपनी विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें कई दवा दुकानदारों पर सबूत छिपाने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसी आधार पर पुलिस अब इन्हें भी मामले में सह-आरोपी बनाने की तैयारी कर रही है।

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‘न्यू अपना फार्मा’ के संचालक पर बड़ा आरोप

छिंदवाड़ा के पुराने पावर हाउस इलाके में स्थित न्यू अपना फार्मा के संचालक राजेश सोनी को ‘कोल्ड्रिफ’ कफ सिरप का होलसेलर बताया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने सिरप की बिक्री का कोई भी रिकॉर्ड नहीं रखा और जांच टीम को बची हुई बोतलें भी जब्त करने के लिए नहीं दीं।
एसपी अजय पांडे ने बताया कि अब पुलिस सबूत मिटाने के एंगल से जांच कर रही है और जल्द ही इनके खिलाफ केस दर्ज किया जा सकता है।

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FDA ने जबलपुर की कटारिया फार्मास्युटिकल का लाइसेंस रद्द किया

उधर, जबलपुर में श्रीसन फार्मा के प्रमुख डीलर और स्टॉकिस्ट कटारिया फार्मास्युटिकल का लाइसेंस भी निरस्त कर दिया गया है। यह वही फर्म है, जिससे छिंदवाड़ा के लिए जहरीला कोल्ड्रिफ सिरप भेजा गया था।
जांच में पाया गया कि फर्म के ऑफिस और गोदाम में दवाओं का स्टॉक रखने की अनुमति नहीं थी। न तो सेल-परचेज रिकॉर्ड पूरा था, न ही वहां रेफ्रिजरेटर जैसी अनिवार्य सुविधा। FDA ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर ऑफिस और गोदाम को सील कर दिया है।

कांचीपुरम में जारी फैक्ट्री की जांच

राज्य सरकार की गठित SIT टीम रविवार शाम श्रीसन फार्मा के मालिक रंगनाथन गोविंदन को लेकर तमिलनाडु रवाना हुई है।
कांचीपुरम स्थित फैक्ट्री में पहले से ही एक टीम जांच कर रही है, जो कंपनी के कर्मचारियों से पूछताछ करने के साथ-साथ उत्पादन, स्टॉक और कच्चे माल से जुड़े दस्तावेज जब्त कर रही है।

एसपी बोले – किसी को बख्शा नहीं जाएगा

छिंदवाड़ा के एसपी अजय पांडे ने कहा,

“तथ्यों के आधार पर पुलिस हर संबंधित व्यक्ति की भूमिका की जांच कर रही है। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।”

ड्रग इंस्पेक्टर्स ने शहर के कई बड़े मेडिकल स्टोर्स जैसे अग्रवाल औषधि भंडार, शिव फार्मा और खंडेलवाल मेडिकल स्टोर से 49 अन्य कफ सिरप के सैंपल जांच के लिए भोपाल लैब भेजे हैं।
प्रारंभिक जांच में गड़बड़ी मिलने पर 7 दुकानदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर उनके लाइसेंस निलंबित या रद्द किए जा सकते हैं।

जबलपुर से छिंदवाड़ा तक चला जहरीला सिरप का नेटवर्क

FDA की जांच में यह खुलासा हुआ है कि श्रीसन फार्मा का कोल्ड्रिफ सिरप जबलपुर के रास्ते से ही छिंदवाड़ा भेजा जा रहा था। विभाग ने फर्म से यह सवाल पूछा है कि उन्होंने ऐसी दवा की बिक्री क्यों की जो “स्टैंडर्ड क्वालिटी” की नहीं थी।
फर्म को औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 के तहत नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब देने के निर्देश दिए गए हैं।

आईजी बोले – दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई होगी

जबलपुर रेंज के आईजी प्रमोद वर्मा ने बताया कि पुलिस टीम लगातार जांच में जुटी है और उन सभी लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है जो इस कफ सिरप की सप्लाई या मिलावट में शामिल थे।
उन्होंने कहा— “जांच में जिनकी भी संलिप्तता सामने आएगी, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। किसी को छोड़ा नहीं जाएगा।”

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