होम मध्यप्रदेश सागर / बुंदेलखंड राजनीति अपराध / क्राइम रिपोर्ट धर्म/अध्यात्म सोशल भारत स्पोर्ट्स खाकी MP जनसंपर्क फीड

MP: लोकायुक्त ने सबइंस्पेक्टर को एक लाख रुपये की रिश्वत के साथ रंगे हाथों पकड़ा

इंदौर। लोकायुक्त पुलिस ने आजाद नगर में पदस्थ एसआई धर्मेंद्र राजपूत को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा है। एसआई ...

विज्ञापन

Published on:

| खबर का असर

इंदौर। लोकायुक्त पुलिस ने आजाद नगर में पदस्थ एसआई धर्मेंद्र राजपूत को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा है। एसआई द्वारा आरोपी रामचंद्र सिंह तोमर (जो आवेदक के पिता हैं) की मदद के एवज में रिश्वत मांगी जा रही थी। दरअसल आजाद नगर थाने में दर्ज एक मामले में एसआई राजपूत द्वारा उन्हें लंबे समय से परेशान किया जा रहा था। लोकायुक्त की गिरफ्त में आते ही आरोपी गिड़गिड़ाने लगा।

लोकायुक्त एसपी राजेश सहाय ने बताया कि स्कीम नंबर 51 संगम नगर निवासी आवेदक संतोष कुमार तोमर और उसका एक्स कैप्टन सिक्योरिटी सर्विस में मैनेजर है। रामचंद्र सिंह के पिता इस सिक्योरिटी कंपनी के डायरेक्टर हैं। आजाद नगर पुलिस ने कुछ दिन पहले रामचंद्र सिंह तोमर के खिलाफ हत्या का केस दर्ज है।

पहले धमकी दी फिर बनाया आरोपी

इसके पूर्व एसआई राजपूत द्वारा रामचंद्र सिंह तोमर को हत्या के आरोप में झूठा फंसाने की धमकी देकर बेटे से रिश्वत की मांग की। उनके द्वारा रुपए नहीं देने पर उनके पिता को केस में आरोपी बनाया गया। फिर पिता की अग्रिम जमानत होने के बाद एसआई राजपूत ने बेटे संतोष को थाने बुलाया।

लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की

उसने केस में उसके पिता पर आगे कोई कठोर कार्रवाई नहीं करने और मदद करने के एवज में 1.50 लाख रुपए रिश्वत की मांग की। इस पर संतोष ने लोकायुक्त पुलिस को शिकायत की। फिर उसे रंगेहाथों पकड़ने की तैयारी की गई।

लोकायुक्त की गिरफ्त में आते ही गिड़गिड़ाने लगा सोमवार को लोकायुक्त टीम के इंस्पेक्टर सचिन पटेरिया, मो. रहीम खान, विजय कुमार, शैलेंद्र सिंह बघेल, कमलेश परिहार, नीष माथुर, चेतन सिंह परिहार, श्रीकृष्ण अहिरवार, शेरसिंह ठाकुर ने उसे योजनाबद्ध तरीके से पकड़ लिया तो वह घबरा गया और गिड़गिड़ाने लगा। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7 के तहत कार्यवाही जारी है।

[wps_visitor_counter]