मध्यप्रदेश के खंडवा में एटीएस की कार्रवाई, सिमी सरगना अकील खिलजी का बेटा हथियारों के साथ दबोचा गया
खंडवा। महाराष्ट्र एटीएस ने एक बार फिर खंडवा में सिमी (स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया) के पुराने कनेक्शनों की पड़ताल शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में एटीएस ने दो दिनों तक शहर के चार युवकों से पूछताछ की। इनमें सिमी के पूर्व जिलाध्यक्ष और भोपाल जेल ब्रेक कांड में मारे गए अकील खिलजी का बेटा जलील खिलजी भी शामिल था।
सूत्रों के अनुसार, एटीएस को कुछ इनपुट मिले थे जिसके आधार पर टीम खंडवा पहुंची थी। गुलमोहर कॉलोनी और कहारवाड़ी क्षेत्र के चार युवकों को उठाकर पूछताछ की गई। इनमें जुनेद पिता खलील चौहान भी था। जुनेद के पिता खलील चौहान ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की कि उनके बेटे को बिना सूचना दिए बोलेरो वाहन से उठाकर गुप्त स्थान पर ले जाया गया। उन्होंने आशंका जताई कि बेटे को झूठे केस में फंसाया जा सकता है।
रात में जलील हथियारों के साथ पकड़ा गया
एटीएस के लौटने के कुछ घंटे बाद ही मंगलवार देर रात कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि सियाराम चौक स्थित मालगोदाम शेड पर एक युवक अवैध हथियार के साथ मौजूद है। पुलिस मौके पर पहुंची और उसे पकड़ लिया। तलाशी में युवक की पहचान जलील खिलजी (34) निवासी गुलमोहर कॉलोनी के रूप में हुई। उसके पास से एक पिस्टल, एक मैगजीन और 7 जिंदा कारतूस बरामद हुए।
कोतवाली टीआई अशोक सिंह चौहान ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। उसका पूर्व का भी आपराधिक रिकॉर्ड है, जिसमें आर्म्स एक्ट और विस्फोटक सामग्री से जुड़े मामले शामिल हैं। बुधवार को आरोपी को न्यायालय में पेश किया जाएगा।