केंद्रीय मंत्री के बंगले के पास मिले वोटर आईडी कार्ड का मामला , जांच रिपोर्ट निर्वाचन आयोग को भेजी गई
टीकमगढ़। केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र खटीक के निवास के पास बड़ी संख्या में वोटर आईडी कार्ड मिलने के मामले ने प्रशासन को हिला दिया है। जिला प्रशासन ने इस पूरे प्रकरण की जांच पूरी कर रिपोर्ट राज्य और भारत निर्वाचन आयोग को भेज दी है। जांच में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी संतोष आंबेडकर को जिम्मेदार ठहराया गया है।
मामला मंगलवार रात का है, जब टीकमगढ़ शहर के सिविल लाइन क्षेत्र में मंत्री के बंगले के पास 43 वोटर आईडी कार्ड मिले थे। कलेक्टर विवेक श्रोतिय के निर्देश पर तहसीलदार और एसडीएम ने संयुक्त रूप से जांच की। जांच में सामने आया कि इनमें से 23 लोगों के आधार कार्ड का मिलान हो चुका है, जबकि 20 कार्डों की सत्यापन प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। इनका पता भी स्पष्ट नहीं मिल पाया है।
सूत्रों के अनुसार, मंत्री खटीक के बंगले के बगल में स्वास्थ्य कर्मचारी संतोष आंबेडकर रहते हैं। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दिया कि ये कार्ड उनके घर से फेंके गए थे। संतोष आंबेडकर ने भी बयान में स्वीकार किया कि वोटर कार्ड उन्हीं के हाथ से फेंके गए थे। बताया जा रहा है कि वे 2015 से 2019 तक बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) रह चुके हैं।
कलेक्टर विवेक श्रोतिय ने बताया कि मामला संवेदनशील है और निर्वाचन आयोग से जुड़ा हुआ है, इसलिए रिपोर्ट की डिटेल फिलहाल सार्वजनिक नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि 20 वोटर आईडी कार्ड असली हैं या फर्जी, इसकी जांच अभी जारी है। साथ ही आयुष्मान योजना में संभावित गड़बड़ियों की भी छानबीन कराई जाएगी।
प्रशासन का कहना है कि आयोग के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी और जिम्मेदार लोगों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा