MP: पूर्व गृह मंत्री ने कराई आम सूचना जारी, किसी व्यवसाय में परिजनों के साथ नाम न जोड़ा जाएं, नाम के दुरुपयोग पर कानूनी कार्यवाई, देखे पत्र..
सागर : पूर्व गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने अपने अधिवक्ता कृष्णवीर सिंह के माध्यम से एक आम सूचना जारी की है। जिसमें परिजनों के साथ नाम जोड़कर मीडिया में खबरें प्रकाशित करने को लेकर की गई है। इसमें उन्होंने अपने कुटुंब के सदस्यों द्वारा व्यापार आदि में नाम का अनुचित उपयोग पर आपत्ति जताते हुए कानूनी कार्यवाही की बात की है। संभतया पिछले कुछ समय से इस तरह के मामले सामने आए पर यह कदम उठाया है। पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से भी आम सूचना जाहिर की है।
अधिवक्ता कृष्णवीर सिंह द्वारा की गई आम सूचना के अनुसार सर्वसाधारण को सूचित किया जाता है कि हमारे पक्षकार भूपेन्द्र सिंह आत्मज स्व.श्री दीवान अमोल सिंह जी, निवासी ग्राम बामोरा, तहसील व जिला सागर के परिवार में निम्न सदस्य है:-1. श्री भूपेन्द्र सिंह (स्वय) 2. श्रीमति सरोज सिंह (धर्मपत्नि) 3. उपमा सिंह (अविवाहित पुत्री) 4. काजल सिंह (अविवाहित पुत्री) 5. अनुप्रिया सिंह (अविवाहित पुत्री) 6. अविराज सिंह (अविवाहित पुत्र) श्री भूपेन्द्र सिंह जी की एक बड़ी पुत्री श्रीमति अमृता सिंह भी हैं जिनका विवाह हो चुका है। इनके अतिरिक्त श्री भूपेन्द्र सिंह जी के परिवार में कोई अन्य सदस्य नहीं है। श्री भूपेन्द्र सिंह जी के व्यवसाय एवं कृषि में उपरोक्त वर्णित सदस्यों के अलावा अन्य कोई न तो हिस्सेदार है, न ही पार्टनर है।
बंटवारा हो चुका है
आम सूचना में बताया गया कि श्री भूपेन्द्र सिंह जी एवं उनके भाईयों के मध्य पैतृक संपत्तियों का काफी पूर्व रजिस्टर्ड बटवारा हो चुका है और सभी भाई एवं भतीजे अपने-अपने हिस्सों पर मालिक काबिज है। सभी भाईयों के पुत्रों (भतीजों) के अपने-अपने व्यवसाय एवं कृषि है जिन पर वे सब तन्हा रूप से मालिक काबिज हैं।
नाम का दुरुपयोग नहीं करने की चेतावनी
आम सूचना में लिखा गया कि यदि कुटुम्ब के किसी भी सदस्य द्वारा अपने व्यवसाय के सिलसिलें में भूपेन्द्र सिंह जी के नाम का उपयोग किया जाता है। या किसी गैरकानूनी गतिविधि में भूपेन्द्र सिंह जी के नाम का दुरूपयोग करता हैं तथा यदि ऐसे किसी कथित कृत्य के बावत् कोई भी तृतीय पक्ष भूपेन्द्र सिंह जी पर कोई आरोप लगाता है और कोई भी मीडिया-प्रिंट अथवा इलेक्ट्रानिक उसका अनुचित प्रचार या प्रसार करता है तो यह उनकी मर्जी के विपरीत माना जावेगा जिसे उनके व्यवसायिक एवं राजनैतिक हितों के विपरीत मानते हुए श्री भूपेन्द्र सिंह जी ऐसे कृत्य के विरूद्ध समुचित कानूनी कार्यवाही करने हेतु स्वतंत्र होंगे।