खुलासा: कैश वैन से 61 लाख की लूट; एटीएम फ्रेंचाइजी संचालक ने खुद रची थी साजिश, चार आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने 70 लाख की बरामदगी की.
छतरपुर। दो दिन पहले स्वतंत्रता दिवस के दिन जिले के गौरिहार थाना क्षेत्र में बैंक की कैश वैन लूटे जाने की सनसनीखेज वारदात सामने आई थी, जिसे गंभीरता से लेकर छतरपुर पुलिस ने मात्र दो दिनों में मामले का खुलासा कर दिया है। उक्त वारदात का मास्टरमाइंड कैश वैन का चालक निकला है, जिसने अपने भाइयों के साथ मिलकर पूरी साजिश रची थी। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ लूटे गए 61 लाख रुपये नगद, मोबाइल, कार, बाइक सहित कुल 70 लाख रुपये की संपत्ति बरामद की है। रविवार को पुलिस अधीक्षक ने जिला मुख्यालय पर पुलिस कॉन्फ्रेंस हॉल में कार्रवाई की विस्तृत जानकारी पत्रकारों को दी।
पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने बताया कि दो दिन पूर्व 15 अगस्त को गौरिहार थाना क्षेत्र में ग्राम गहबरा-सिचहरी मार्ग पर लूट की वारदात हुई थी, जिसमें फरियादी के तौर पर एटीएम कंपनी हिटैची के फ्रेंचाइजी संचालक मनीष कुमार पुत्र भान सिंह अहिरवार, निवासी महोबा, उत्तर प्रदेश की रिपोर्ट पर गौरिहार थाना में लूट का अपराध पंजीबद्ध किया गया था। एसपी श्री जैन ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए आसपास के क्षेत्र में नाकाबंदी कर दी गई, वहीं पुलिस और साइबर टीम द्वारा तकनीकी एवं भौतिक साक्ष्य एकत्र किए गए। पुलिस उपमहानिरीक्षक छतरपुर रेंज ललित शाक्यवार के साथ एसपी ने खुद घटनास्थल का निरीक्षण किया और महोबा पुलिस से समन्वय बनाया। इसी बीच पुलिस महानिरीक्षक सागर जोन श्रीमती हिमानी खन्ना ने आरोपियों की गिरफ्तारी पर 30 हजार के इनाम की उद्घोषणा की। एकत्रित किए गए तकनीकी एवं भौतिक साक्ष्यों से संदेही के तौर पर फरियादी मनीष का नाम सामने आया, जिसके बाद उसकी बैंक डिटेल की पड़ताल की गई। जाँच में सामने आया कि संदेही मनीष का पहले से इंडिया वन एटीएम फ्रेंचाइजी से करीब 17 लाख रुपये के लेनदेन का विवाद चल रहा है और वह करीब 53 लाख के कर्ज में दबा हुआ है। प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर जब मनीष से पूछताछ की गई तो उसने अपने भाई पुष्पेंद्र अहिरवार, प्रदीप अहिरवार, दोनों पुत्र भान सिंह अहिरवार, निवासी नौगाँव, तथा ममेरे भाई रवि पुत्र रामआसरे अहिरवार, निवासी मलका, थाना गढ़ीमलहरा के साथ मिलकर साजिश रचने और वारदात को अंजाम देने का जुर्म कबूल कर लिया।
इस तरह दिया गया वारदात को अंजाम
पूछताछ में मनीष ने बताया कि घटना दिनांक से एक दिन पहले उसने क्षेत्र की विभिन्न एटीएम मशीनों में पैसे भरने के लिए महोबा, उत्तर प्रदेश की एक्सिस बैंक से पैसे निकाले थे। 15 अगस्त को वह 61 लाख से अधिक राशि लेकर अपनी कार से कस्टोडियन के साथ एटीएम में पैसे भरने के लिए जा रहा था, जहाँ रास्ते में पहले से निर्धारित षड्यंत्र के तहत प्रदीप और रवि ने मोटरसाइकिल से उसकी वैन का पीछा करते हुए उसे रोका और इसके बाद कट्टा अड़ाकर पैसों से भरा बैग लेकर रफूचक्कर हो गए।
बरामद हुई 70 लाख की संपत्ति
एसपी अगम जैन ने बताया कि उक्त घटना को अंजाम देने वाले चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर अभिरक्षा में ले लिया गया है। मुख्य आरोपी मनीष सहित सभी के पास से लूटी गई राशि 61 लाख रुपये के अलावा 315 बोर का देशी कट्टा, पाँच मोबाइल फोन, कार और मोटरसाइकिल सहित कुल 70 लाख रुपये की संपत्ति बरामद की गई है। एसपी ने बताया कि एक आरोपी प्रदीप अहिरवार पर लूट, चोरी और दुष्कर्म जैसे 5 अपराध पहले से दर्ज हैं।