डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के छात्र ने प्रोफेसर अजीत जायसवाल पर रैगिंग कराने और प्रताड़ित करने के लगाए गंभीर आरोप, एसपी से शिकायत की, विश्वविद्यालय प्रबंधन बोला बीते दिनों छात्र द्वारा एक महिला शिक्षिका से अभद्रता के चलते कार्यवाई हुई थी वर्तमान आरोप निराधार
सागर। ग्राम बडीखेरी जिला मंडला के निवासी अंशु झारिया डॉक्टर हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर से मानव शास्त्र विभाग से एमएससी डिग्री की पढ़ाई कर रहा हैं। अंशु झारिया ने मंगलवार दोपहर 2:00 बजे एसपी कार्यालय पहुंचकर विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर अजीत जायसवाल पर रैगिंग कराने और प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत की है।
अंशु झारिया ने जानकारी देते हुए बताया कि वह गरीब और निचली जाति के हैं और प्रोफेसर अजीत जायसवाल नहीं चाहते की छोटी जाति के लोग बड़ी डिग्री ले जिसके चलते वह लगातार जातिगत अपमान कर मुझे प्रताड़ित कर रहे हैं साथ ही छात्रों से रैगिंग कराते हैं पिटवाते हैं।
अंशु ने बताया मेरे पेपर में मार्क्स भी काटे गए जिसकी आरटीआई के जरिए मैंने कॉपी निकलवाई है और उसकी कॉपी वाइस चांसलर को दी है और कमेटी बनाकर पेपर की जांच कराने की मांग की थी। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।
अंशु ने रोज की इन्हीं प्रताड़ना से तंग आकर एक वीडियो जारी किया था जिसमें आत्महत्या जैसा कदम उठाने की बात कही थी, वीडियो के आधार पर अंशु को 15 दिन के लिए विश्वविद्यालय से निष्कासित कर गया था। अंशु ने बताया कि इसके पहले भी मैं एसपी कार्यालय में शिकायत कर चुका हूं यहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई जिसके बाद एक बार फिर आज आवेदन देना आया हूं मैं चाहता हूं कि मेरे साथ न्याय हो।
वहीं विश्वविद्यालय प्रबंधन से इस मामलें में जानकारी ली तो बताया गया कि बीते दोनों छात्र ने एक महिला शिक्षका से अभद्रता की थी प्रकरण में जांच उपरांत छात्र को 15 दिवस के लिए निष्कासित किया गया था और नियमानुसार प्रोक्टियल बोर्ड ने होस्टल भी खाली कराया गया था जिसके बाद इस तरह के छात्र आरोप लगा रहा हैं।