Sagar: मालथौन के सैकड़ों दलित-आदिवासी पीड़ित कलेक्ट्रेट पहुंचे, कहा दबंग गोविंद सिंह को गिरफ्तार करें व उनकी जमीनों से कब्जा छुड़वाएं

मालथौन के सैकड़ों दलित आदिवासी पीड़ित सागर कलेक्ट्रेट पहुंचे, कहा दबंग गोविंद सिंह को गिरफ्तार करें व उनकी जमीनों से कब्जा छुड़वाएं
सागर। मालथौन क्षेत्र के तीन सौ से ज्यादा आदिवासी व अनुसूचित जाति वर्ग के पीड़ितों ने आज सागर के जिला कलेक्ट्रेट व जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच कर कृषि भूमि व शासकीय भूमियों पर कब्जा हटाने की कार्रवाई के दौरान मारपीट करने वाले स्थानीय दबंग गोविंद सिंह मालथौन की गिरफ्तारी की मांग की। साथ ही इन सभी आवेदकों ने मालथौन के स्थानीय दबंग गोविंद सिंह राजपूत मालथौन व उनके परिजनों द्वारा जबरिया व अवैध रूप से कब्जा की गई उनकी सौ एकड़ से ज्यादा कृषि भूमियों व 25 एकड़ से अधिक सार्वजनिक निस्तार की सरकारी भूमियों पर से दबंग गोविंद सिंह मालथौन का कब्जा हटा कर जमीनें मुक्त कराने की गुहार लगाई।
सागर जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को दिए गए ज्ञापन के साथ मालथौन के गरीब दलित आदिवासी पीड़ितों ने दबंग व्यक्ति गोविन्द सिंह मालथौन द्वारा कब्जा की गई, अवैध रूप से खरीद दर्शा कर नामांतरण कराई पीडित वर्ग निजी व शासकीय भूमि, गरीबों अनुसूचित जाति व आदिवासियों को शासन द्वारा दी गई शासकीय पट्टों की भूमि एवं उनके स्वाममित्व की निजी भूमि जो इनके दबंग परिवार ने अवैधानिक तरीकों से अपने नाम चढ़वाई है। ऐसी भूमियों के खसरा, रकबा नंबर सहित पूरी सूची अधिकारियों को सौंपी और इन जमीनों को मुक्त कराने व पीड़ितों को वापस कराने की मांग की।
ज्ञापन में पिछले सप्ताह प्रशासन द्वारा दबंग गोविंद सिंह मालथौन के कब्जे से 5 एकड़ शासकीय भूमि को मुक्त कराए जाने की कार्रवाई के दौरान आदिवासी समाज के लोगों से आरोपी गोविंद सिंह मालथौन द्वारा की गई मारपीट और गाली-गलौच के आपराधिक प्रकरण में अभी तक गिरफ्तारी नहीं होने की बात कही गई है। साथ ही अधिकारियों को बताया गया कि दबंग आरोपी क्षेत्र में ही रह कर पीड़ित शिकायत कर्ताओं को धमका रहा है जिससे भय का वातावरण बना हुआ है। आवेदकों ने कलेक्टर व एस पी से मांग की है कि गोविंद सिंह मालथौन व उनके परिवार द्वारा अनुसूचित जाति जनजाति के सदस्यों की नियम विरुद्ध रूप से खरीदी व कब्जा की गई जमीनें मूल मालिकों को वापिस कराई जाएं।
सागर कलेक्ट्रेट व एस पी कार्यालय ज्ञापन देने मालथौन से सैकड़ों की संख्या में आए पीड़ित गरीब अनुसूचित जाति और आदिवासियों ने पूरी तरह शांतिपूर्ण व्यवहार किया, यहां तक कि उनके द्वारा एक भी नारा तक नहीं लगाया। उन्होंने अधिकारियों व मीडिया को अपनी व्यथा व दबंग परिवार के आतंक पूर्ण कृत्यों से अवगत कराया।
पीड़ितों ने अपने ज्ञापन में प्रशासन द्वारा विगत कुछ हफ्तों में मालथौन क्षेत्र में की गई कार्रवाई में अनेक दबंगों पर कार्रवाई करते हुए उनके कब्जे से आदिवासियो की भूमि मुक्त करा कर वापसदिलाए जाने के लिए धन्यवाद भी दिया।
ज्ञापन देने वाले पीड़ितों में भज्जू आदिवासी, रामलाल अहिरवार, किप्पू आदिवासी, कल्लू आदिवासी, मुन्नी आदिवासी, रुपू आदिवासी, धनीराम आदिवासी, राकेश आदिवासी, जय सिंह आदिवासी, जगल आदिवासी, धर्मेन्द्र आहिरवार, संतोष अहिरवार, विनोद अहिरवार, रामबिहारी आहिरवार, राजेन्द्र आदिवासी, जनक आदिवासी, बादल आदिवासी, संतोष अहिरवार, गुलाब आदिवासी, सुनील आदिवासी, बाबूलाल आदिवासी, रामलाल आदिवासी, रूपा अहिरवार, भरत अहिरवार, मनीराम अदिवासी, नीलेश, श्रीमती गोमती आदिवासी, नीना बाई, लीला आदिवासी, कमला आदिवासी, सरस्वती आदिवासी, पानबाई आदिवासी, शंति आदिवासी, श्यामबाई आदिवासी सरपंच झोलसी, गोमती आदिवासी, बसंत आदिवासी,मुलू आदिवासी, गुटई आदिवासी, सोनाली आदिवासी, मुन्ना आदिवासी, हरप्रसाद आदिवासी, गोंविद सिंह, राजकुमारी, मायादेवी, कल्याण सिंह, राजू, क्रांति, लक्ष्मण, सोनू, रंजीत, पीना आदिवासी अमारी, धनिया बहू दयाली आदिवासी, हरीसिंह, शामिल है।
KhabarKaAsar.com
Some Other News

कुछ अन्य ख़बरें

error: इस पेज की जानकारी कॉपी नहीं की जा सकती है|
Scroll to Top