इंदौर में नगर निगम के उद्यान अधिकारी के यहां EOW का छापा, 1.84 करोड़ रुपये से ज्यादा की अवैध संपत्ति उजागर
इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में नगर निगम के उद्यान अधिकारी चेतन पाटील के खिलाफ आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए उनके आवास और कार्यालय पर एक साथ छापामार कार्रवाई की। प्रारंभिक जांच में पाटील की वैध आय से कहीं अधिक संपत्ति सामने आई है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार की गंभीर शिकायतों के आधार पर की गई।
लगातार मिल रही थी भ्रष्टाचार की शिकायतें
EOW को चेतन पाटील के खिलाफ लंबे समय से भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतें मिल रही थीं। शिकायत में आरोप था कि पाटील ने आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति जमा कर रखी है। साथ ही नगर निगम में पौधों की खरीद को लेकर लगभग 4 करोड़ रुपये के घोटाले का भी आरोप सामने आया था।
दो टीमों ने एक साथ मारे छापे
मामले की गंभीरता को देखते हुए आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ के पुलिस अधीक्षक रामेश्वर यादव ने दो विशेष टीमों का गठन किया। एक टीम पाटील के इंदौर स्थित गुलमोहर कॉलोनी के तीन मंजिला मकान पर पहुंची, जबकि दूसरी टीम उनके नगर निगम कार्यालय में जांच करने गई।
अब तक 1.84 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति का खुलासा
जांच के दौरान EOW टीम को चेतन पाटील के पास भारी मात्रा में अवैध संपत्ति मिली। पुलिस के अनुसार पाटील के पास:
गुलमोहर कॉलोनी में 1000 वर्गफुट से अधिक में बना तीन मंजिला आलीशान मकान
दो भूखंड
लग्जरी कार
1.14 लाख रुपये नकद
करीब 20 लाख रुपये के सोने-चांदी के आभूषण
बैंक खातों में जमा करीब 40 लाख रुपये
पत्नी और बच्चों के नाम पर 18 बीमा पॉलिसियों में करीब 25 लाख रुपये का निवेश
पौधों की खरीदी में बड़े भ्रष्टाचार का आरोप
EOW अधिकारियों ने बताया कि चेतन पाटील के खिलाफ इंदौर नगर निगम में पौधों की खरीद में करीब 4 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी। इस पर जांच के बाद जब छापेमारी की गई तो शुरुआती जांच में ही पाटील की वैध आय से कई गुना अधिक संपत्ति सामने आ गई।
20 साल की नौकरी में सिर्फ 15-17 लाख की आय
पुलिस अधीक्षक रामेश्वर यादव ने बताया कि चेतन पाटील नगर निगम में मस्टर कर्मी के रूप में नियुक्त हुए थे। 20 वर्षों की सरकारी नौकरी में उनकी कुल अनुमानित आय महज 15 से 17 लाख रुपये ही रही, जबकि उनकी अर्जित संपत्ति इससे कई गुना अधिक पाई गई।
कार्यालय किया गया सील, दस्तावेज खंगाले जा रहे
ईओडब्ल्यू की टीम ने पाटील के नगर निगम स्थित कार्यालय को सील कर दिया है। वहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनकी गहन जांच की जा रही है। पाटील के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की विस्तृत जांच जारी है।