सागर में झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई ,कई फर्जी क्लीनिक सील

कलेक्टर के निर्देश पर जिले में की जा रही है झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई ,कई फर्जी क्लीनिक सील

सागर। कलेक्टर संदीप जी.आर. के निर्देश पर सागर जिले में फर्जी डिग्रीधारी और झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिले में बिना वैध डिग्री और रजिस्ट्रेशन के कोई भी चिकित्सा कार्य नहीं कर सकेगा। उन्होंने कहा कि ऐसी क्लिनिको को भी बंद किया जा रहा है जिनके पास पर्याप्त दस्तावेज नहीं है। कलेक्टर से संदीप जी आने पर विगत दिवस निर्देश दिए थे कि जिले में कोई भी फर्जी डॉक्टर प्रैक्टिस करता नहीं पाया जाना चाहिए। इसी परिप्रेक्ष्य में सागर जिले में लगातार कार्रवाई की जा रही है।

इसी क्रम में एसडीएम देवरी श्रीमती भव्या त्रिपाठी के द्वारा स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने गौरझामर क्षेत्र में छापेमार कार्रवाही की। इस दौरान मजूमदार क्लिनिक और विश्वास अस्पताल को अवैध रूप से एलोपैथिक दवाइयों के भंडारण और बिना वैध रजिस्ट्रेशन इलाज करते पाए जाने पर सील कर दिया गया।

कार्रवाई की खबर लगते ही कई अन्य क्लीनिक बंद हो गई। जांच में नेमा अस्पताल और दीक्षित क्लिनिक को होम्योपैथिक डिग्री और रजिस्ट्रेशन के साथ नियमानुसार संचालित पाया गया। टीम में स्वास्थ्य विभाग से डॉ. एस.के. तिवारी, श्री गोविंद और पुलिस विभाग से मुन्नालाल व आशीष के द्वारा कार्रवाही की गई।

इसी प्रकार, सागर शहर में भी कार्रवाई की गई। डॉ. मोहम्मद स्वलेह (आसमा क्लीनिक शनिचरी), डॉ. धर्मेंद्र कुमार (शुक्रवारी) की क्लीनिकों को मौके पर दस्तावेज न होने के कारण सील कर दिया गया। डॉ. मिश्रा (शनिचरी) की क्लीनिक बंद पाई गई, वहीं डॉ. ए. डब्ल्यू. खान की क्लीनिक को भी बंद कराया गया। इस कार्रवाई में डॉ. देवेश पटेरिया (नोडल अधिकारी) और फार्मासिस्ट दीपक जैन ने कार्रवाही की। कलेक्टर श्री संदीप जी आर ने कहा कि इसी प्रकार की कार्रवाई लगातार जारी रहे।

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