सागर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 315 लीटर अवैध शराब और वाहन सहित दो आरोपी गिरफ्तार
मूल्य ₹7 लाख से अधिक की जब्त संपत्ति, अप्रैल माह की चौथी बड़ी कार्रवाई
सागर। पुलिस अधीक्षक सागर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर के निर्देशन तथा नगर पुलिस अधीक्षक सागर के मार्गदर्शन में, अवैध शराब की बिक्री एवं परिवहन के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत मोतीनगर थाना पुलिस ने 30 अप्रैल को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में अवैध शराब जप्त की है। पुलिस ने मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर एक ईको मारुति कार भी जब्त की है।
घटना का विवरण:
थाना मोतीनगर प्रभारी निरीक्षक जसवंत पूत को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम सोमला की ओर से एक ईको कार के माध्यम से भारी मात्रा में अवैध शराब सागर लाई जा रही है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए सोमला रूसिया तिराहा के पास घेराबंदी की।
कुछ देर बाद एक संदिग्ध ईको वाहन आता दिखाई दिया। पुलिस द्वारा रोकने के प्रयास पर चालक ने वाहन की रफ्तार बढ़ाकर भागने का प्रयास किया, जिससे कार पुलिया से टकरा गई। इसके बाद दोनों आरोपी वाहन से निकलकर भागने लगे, जिन्हें पुलिस टीम ने पीछा कर गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी:
1. विमल पिता गिरधारीलाल सोनी (38 वर्ष), निवासी मोहन नगर वार्ड, सागर
2. रामेश्वर पिता प्रताप अहिरवार (30 वर्ष), निवासी ग्राम पडरई, थाना जैसीनगर, सागर
जब्त सामग्री:
27 पेटी पावर स्ट्रॉन्ग व्हिस्की (1350 पाव, 243 लीटर) — ₹1,62,000
08 पेटी देशी मसाला शराब (400 पाव, 72 लीटर) — ₹40,000
ईको मारुति कार (MP15 ZJ 5513) — ₹5,00,000
कुल जब्त संपत्ति: ₹7,02,000
पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों के पास शराब रखने या परिवहन करने का कोई वैध लाइसेंस नहीं था। इस पर दोनों के विरुद्ध थाना मोतीनगर में धारा 34(2) आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गई है। साथ ही शराब के स्रोत की जानकारी के लिए पूछताछ जारी है।
इस सराहनीय कार्रवाई में शामिल टीम:
निरीक्षक जसवंत पूत, थाना प्रभारी मोतीनगर
सहायक उप निरीक्षक सोहन मरावी
प्रधान आरक्षक नदीम शेख, जानकी मिश्रा, प्रमोद बागरी
आरक्षक पवन सिंह, लखन गंधर्व, योगेश, नेकराम, चंदन बिल्थरे
थाना मोतीनगर की यह अप्रैल माह की चौथी बड़ी कार्रवाई है, जिसने क्षेत्र में अवैध शराब के कारोबार पर सख्त लगाम कसने का कार्य किया है। यह सफलता पुलिस विभाग की सजगता, तीव्र निर्णय क्षमता और कानून व्यवस्था बनाए रखने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।