जमीन विवाद में पति-पत्नी की बेरहमी से हत्या, पुलिस ने सभी 9 आरोपी दबोचे
टीकमगढ़। पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई के निर्देशन में थाना पलेरा पुलिस ने ग्राम करौला में हुए पति-पत्नी हत्याकांड के सभी 09 आरोपियों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की सक्रियता से घायल बेटियों का इलाज भी तुरंत कराया गया।
घटना का विवरण
दिनांक 16 मार्च 2025 को थाना पलेरा में सूचना मिली कि ग्राम करौला में हरिजन बस्ती के पास सांडेल तालाब के पास दो शव पड़े हैं। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची।
पीड़िता रोशनी अहिरवार (18 वर्ष) ने बताया कि उसके माता-पिता का कन्हैया अहिरवार व अन्य से जमीनी विवाद था। 15 मार्च की रात करीब 9 बजे कुछ लोग घर के पास से गुजरे, तो परिवार के कुत्ते के भौंकने पर उन्होंने धमकी दी। फिर रात करीब 11 बजे पीड़िता के भाई ने फोन कर बताया कि 10 से ज्यादा लोग लाठी-डंडों से माता-पिता की पिटाई कर रहे हैं।
जब रोशनी और उसकी बहन घटनास्थल पर पहुँचीं, तो उन्होंने देखा कि उनके माता-पिता को रस्सियों से बाँधकर बुरी तरह पीटा जा रहा था। रोशनी और उसकी बहन को भी आरोपियों ने मारा-पीटा और धमकी दी कि अगर पुलिस को बताया तो उन्हें भी मार देंगे।
पुलिस कार्रवाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई ने तत्काल मौके का निरीक्षण किया और 5 पुलिस टीमों का गठन कर आरोपियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया।
टीमें सक्रिय हुईं और संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने पूछताछ में अपराध स्वीकार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी
1. बाबूलाल अहिरवार
2. कन्हैया अहिरवार
3. गोवर्धन अहिरवार
4. नन्दराम अहिरवार
5. एक नाबालिग
6. पंचू अहिरवार की पुत्री
7. पंचू अहिरवार की पत्नी
8. गोवर्धन अहिरवार की पत्नी
9. बाबूलाल अहिरवार की पत्नी
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
पुलिस की त्वरित कार्रवाई से घायलों को समय पर अस्पताल पहुँचाया गया और आरोपियों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी पलेरा मनीष मिश्रा और उनकी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
टीकमगढ़ पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की चारों ओर प्रशंसा हो रही है। पुलिस अधीक्षक ने टीम को सम्मानित करने की घोषणा की है।