साईबर क्राइम में हाऊस अरेस्ट की स्थिति निर्मित होने पर 1930 पर कॉल कर सहायक प्राप्त करें-मनीषा तिवारी
साईबर अपराधी आपकी मानसिक अवस्था पर हावी होकर अपराध को अंजाम देते हैं-डॉ. अमर कुमार जैन
सागर। पं. दीनदयाल उपाध्याय शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय सागर में साइबर क्राइम से जागरुकता संबंधी कार्यक्रम का आयोजन डॉ. जी.एस. रोहित प्राचार्य के मार्गदर्शन एवं डॉ. गोपा जैन के निर्देशन में किया गया। कार्यक्रम का समन्वय कर रहे डॉ. अमर कुमार जैन ने बताया कि साईबर अपराधी आपकी मानसिक अवस्था पर हावी होकर अपराध को अंजाम देते हैं। वर्तमान समय में हाऊस अरेस्ट और साइबर क्राइम से संबंधित अनेक घटनायें समाज में भय का बातावरण बना रही है, अतः महाविद्यालय के विद्यार्थियों को साइबर क्राइम से संबंधित प्रश्नों का उत्तर देने के लिए पुलिस विभाग से एस.आई. श्रीमती मनीषा तिवारी को आमंत्रित किया गया।
उन्होंने विद्यार्थियों को बताया हाऊस अरेस्ट अर्थात अनजान नंबर से आये फोन कॉल्स जिसमें आपके परिवार के किसी सदस्य को ड्रग्स आदि के सम्बन्ध में गिरफ्तार करने की बात कही गयी हो उससे आप घबराये नहीं और तुरंत 1930 पर फोन कर सहायता प्राप्त करें। आपने बताया कि सोशल मीडिया पर अनजान लोगों की फ्रेण्ड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें, साथ ही अपना पिन एवं पासवर्ड किसी के साथ साझा न करें। विद्यार्थी ऑनलाइन चौट पर आपत्तिजनक एवं अंतरंग फोटो साझा न करें। वर्तमान समय में जालसाजों द्वारा कम्प्यूटर जनरेट आवाज में कॉल कर क्वज गाइडलाइन का उल्लंघन करने के कारण आपके मोबाइल नम्बर को बंद करने का मैसेज भी आ जाता है या अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए 0 से 9 के बीच कोई अंक दबाने के लिए कहा जाता है। जैसे ही आपके द्वारा कोई नंबर दबाया जाता है, वैसे ही आपके नंबर पर आने वाले सारे कॉल्स, ओटीपी, एसएमएस संुदग्धि व्यक्ति को मिलने लगते हैं। आप कभी भी डॉटएपीके फाइल की लिंक को टच न करें। कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों द्वारा साइबर क्राइम से संबंधित प्रश्न पुलिस से किए। पुलिस विभाग की ओर से लखन लाल टीआई, आशीष तिवारी कॉन्सटेवल तथा महाविद्यालय परिवार से शालिनी परिहार, अनिल मेहरोलिया एवं मनीष चौधरी उपस्थित थे।