सागर में रील के चक्कर में पति को छोड़, दो बच्चों की माँ गायब हो गयी

सागर में रील के चक्कर में पति को छोड़, दो बच्चों की माँ गायब हो गयी

सागर। सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स के जरिए मशहूर होकर लखपति बनने की चाह में एक ग्रामीण युवती अपने दो बच्चों समेत गायब हो गई। मामला नरयावली थाना क्षेत्र की जरुवाखेड़ा पुलिस चौकी क्षेत्र का है। जहां एक विवाहिता, इंस्टाग्राम रील में मिल रही झूठी-सच्ची शाबासी, तारीफ के फेर में अपने घर से गायब है। इधर उसका परेशान पति कभी पुलिस तो कभी उसी सोशल मीडिया के जरिए पत्नी-बच्चों को ढुंढवाने के लिए मदद मांग रहा है। मूडरा गांव के युवक खुशीराम कुशवाहा ने बताया कि मेरी पत्नी ने कुछ समय पहले इंस्टाग्राम पर रील अपलोड करना शुरु की थी। कुछेक लोगों ने उसे पसंद किया। तारीफ भरे कमेंट किए। इसके बाद वह खुद को बहुत खास समझने लगी। उसका कहना कि मैं, इसी माध्यम से लखपति बनूंगी। मैंने उसे बहुत समझाया कि वह एक सीमा तक इन प्लेटफार्म्स का उपयोग करे। लेकिन उसने मेरी बात नहीं मानी। इस बीच वह किसी आकाश कुशवाहा नाम के अज्ञात व्यक्ति के संपर्क में आ गई। जो इंस्टाग्राम पर उसकी पोस्ट की तारीफ किया करता था। शुरुआत में मेरी पत्नी बोली कि वह मेरे भाई जैसा है। लेकिन बाद में इन लोगों की बातचीत, कॉलिंग बढ़ती चली गई।
मोबाइल छीना तो किसी डीएसपी से धमकी दिलाकर वापस करा दिया

खुशीराम ने बताया कि मेरी पत्नी की इंस्टाग्राम पोस्ट लगातार बढ़ती जा रही थी। लोगों ने उन्हें पसंद करना भी शुरु कर दिया था। लेकिन इस सब से एक बड़ी परेशानी ये हो गई कि आकाश का मेरी पत्नी की जिंदगी में दखल बहुत बढ़ गया। परेशान होकर मैंने कुछ दिन पहले उसका मोबाइल सेट भी छीन लिया।
लेकिन पत्नी बसंती दो कदम आगे निकली और उसने आकाश के जरिए मुझे जान से मारने की धमकी दिलाई। कहा कि खबरदार, अगर तुमने अपनी पत्नी को परेशान किया। इसके बाद आकाश ने किसी अज्ञात व्यक्ति से मेरी बात कराई। जो स्वयं को पुलिस महकमे में डीएसपी बता रहा था। उसने मुझे धमकाया कि पत्नी की स्वतंत्रता में बाधा बनने पर तुम्हें जेल भेजा जा सकता है।
तत्काल उसे मोबाइल फोन वापस करो। मैं डर गया और उसे फोन वापस कर दिया।

बहन के घर जाने का बोलकर गायब हो गई

खुशीराम ने बताया कि बसंती, कुछ दिन से अपने कथित मुंहबोले भाई आकाश से मिलने जाने की जिद कर रही थी। मैंने मना किया तो वह जैसे-तैसे मान गई। इसके बाद वह बोली कि मुझे बरोदिया कलां स्थित अपनी बहन के घर जाना है। 13 फरवरी को मैंने उसे जाने दिया। लेकिन वह बरोदियाकलां नहीं जाकर बीना रेलवे स्टेशन पहुंच गई।
जहां उसने एक बार फिर रील बनाई और पति को फोन कर कहा कि मैं घर छोड़कर जा रही हूं मिलना हो तो रेलवे स्टेशन पर आ जाओ। मैं भागा-दौड़ा बीना रेलवे स्टेशन पहुंचा। लेकिन वहां न बसंती मिली और न बच्चे। लौटकर मैंने उसकी गुमशुदगी की सूचना बरोदिया पुलिस चौकी में दर्ज करा दी। खुशीराम का कहना है कि बसंती इंस्टाग्राम, फेसबुक समेत सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जो चाहे से करे। वह लौटे या नही लौटे। मैं तो बस ये चाहता हूं कि मेरे बच्चों को वह लौटा दे। खुशीराम ने यह अपील सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म्स पर भी की है।

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