प्राचार्य को मारने छात्र ने 1500 में खरीदा कट्टा, छात्र ने सिर में मारी थी गोली !
छतरपुर में 12वीं के छात्र ने 1500 रुपए में कट्टा खरीदकर प्रिंसिपल सुरेंद्र कुमार सक्सेना की स्कूल में गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपी 12वीं का नाबालिग छात्र छतरपुर से करीब 17 किमी दूर ढिलापुर गांव का रहने वाला है।
शुक्रवार सुबह जब स्कूल खुला तो प्रिसिंपल गेट पर खड़े थे। छात्र स्कूल आया, लेकिन भीतर दाखिल नहीं हुआ। उसने गेट पर खड़े प्रिंसिपल से नमस्ते किया। प्रिसिंपल ने पूछा- क्लास में क्यों नहीं जा रहे हो। इस पर उसने कहा- अभी आता हूं। वह घर गया और कट्टा लेकर स्कूल पहुंचा। गेट पर लंच टाइम का इंतजार करने लगा।
लंच होते ही कट्टा हाथ में लेकर सीधा प्रिंसिपल के रूम में गया। बच्चे कट्टा देखकर घबरा गए। आरोपी ने उनसे पूछा- प्रिंसिपल कहां है? बच्चों ने डरकर बाथरूम की ओर इशारा किया। इसके बाद आरोपी प्रिंसिपल के पीछे गया और फायर कर दिया। आरोपी ने शिक्षक और छात्रों को धमकाते हुए कहा कि किसी ने भी उसके खिलाफ बयान दिया तो जान से मार देगा।
यह पूरी घटना सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई है। पुलिस ने घेराबंदी करके नौगांव के पास आरोपी छात्र को पकड़ लिया है। उसके पास से प्राचार्य की स्कूटी और कट्टा भी बरामद कर लिया गया है। आरोपी कहता था – मेरी जिंदगी खराब कर दी
नाम नहीं छापने की शर्त पर बच्चों बताया, 12वीं में पढ़ने वाले भैय्या अक्सर डराया करते थे। प्रिंसिपल सर ने उन्हें कई बार अनुशासन में रहने की हिदायत दी थी। कई बार सर ने उन्हें क्लास के सामने भी डांट लगाई थी। परिवार को स्कूल बुलाकर शिकायत की तो वह गुस्से में आ गया था। वह कहता था कि सर ने इज्जत बर्बाद कर दी। उन्होंने मेरी जिंदगी खराब कर दी है, मैं उन्हें नहीं छोडूंगा।
दोस्तों की मदद से खरीदा था कट्टा
जांच में सामने आया है कि छात्र ने करीब एक महीने पहले कटूट्टा खरीदने के लिए परिचित और दोस्तों से संपर्क किया था। इन्हीं की मदद से उसने छतरपुर में किसी से 1500 रुपए में अवैध कट्टा खरीदा था। इसके बाद से ही वह प्रिंसिपल को मारने के लिए स्कूल के बाहर घूमता रहता था। कई बार वह स्कूल के बाहर घंटों दुकान पर खड़ा रहता था।
स्कूल न जाकर गुंडागर्दी करता था छात्र
यह भी पता चला है कि वह घर से रोज की तरह सुबह स्कूल जाने के लिए निकलता था, लेकिन स्कूल न जाकर अपने आवारा दोस्तों के साथ बाइक से यहां-वहां घूमा करता था। गुंडागर्दी किया करता था। उसके आए दिन विवाद होते थे।
लड़कियों पर भी टिप्पणी किया करता था।
आरोपी छात्र के पिता किसान है। एक महीने पहले ही उन्होंने नारायणपुरा रोड पर दूध डेयरी का काम शुरू किया है। वे रोजाना अपडाउन किया करते हैं। बेटा गांव में रहकर ही पढ़ाई कर रहा था।
पहले टीचर को कट्टा दिखाकर धमकाया था बच्चों ने बताया, एक सप्ताह पहले भी वह कट्टा लेकर स्कूल आया था। वह प्रिसिंपल को मारने आया था, लेकिन वे उस दिन स्कूल में नहीं थे। तब उसने टीचर को कट्टा दिखाकर धमकाया था। पुलिस के पास जाने या किसी को भी कुछ बताने पर जाने मारने की धमकी दी थी। डर के कारण इस मामले में किसी ने कुछ नहीं कहा था।
पूछताछ में छात्र बोले-अनुशासनहीन हैं
पुलिस पूछताछ में स्कूली छात्रों ने बताया, आरोपी 12वीं आर्ट्स का छात्र है। वह स्कूल में आने वाली छात्रों पर कमेंट करके परेशान करता था। इसकी शिकायत छात्राओं ने टीचर और प्रिंसिपल से की थी। प्रिंसिपल ने छात्र को सख्ती से समझाया था, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं था। इस पर प्रिंसिपल ने उसके परिजनों को स्कूल बुलाकर बेटे की शिकायत की थी।
इसके बाद से छात्र प्रिसिंपल से नाराज चल रहा था। जब एक टीचर ने उसे समझाया तो उसने जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बाद से टीचर ने उसे कुछ भी बोलना बंद कर दिया था। वहीं, प्रिंसिपल ने सख्ती दिखाई तो उसका सारा गुस्सा उन पर फूट पड़ा।
प्राचार्य के भाई ने कहा- सुनियोजित हत्या है प्राचार्य के छोटे भाई राजेंद्र सक्सेना का कहना है कि आरोपी ने सुनियोजित तरीके से हत्या की है। स्कूल परिसर का मुख्य गेट हमेशा बंद रहता है, लेकिन इस गेट को आज खुला रखा गया था। ऐसे में कोई भी आ जा सकता था और ऐसा ही हुआ। आरोपी आया और वारदात को अंजाम देकर भाग निकला। उनका आरोप है कि स्कूल का कोई व्यक्ति साजिश में शामिल हो सकता है।