सागर। कैन्ट थाना क्षेत्र की रहने वाली 15 वर्षीय नाबालिग 6 नवम्बर की रात गायब हो गयी थी। जिसकी रिपोर्ट परिजनों ने अगले दिन कैन्ट थाना में की थी।
पुलिस के अनुसार रिपोर्ट थाना पुलिस ने सायवर सेल की मदद से नाबालिग को खोजने का प्रयास शुरू किया। इसी दौरान नाबालिग की लाकेशन इंदौर के आसपास की मिली। पुलिस उसे सागर ले आई। जहां नाबालिग के बयान दर्ज हुए। जिसमें उसने आरोपी द्वारा बहलाफुसलाकर ले जाने और दुष्कर्म करने की बात कही। नाबालिग ने पुलिस को बताया कि आरोपी बलराम पिता महेन्द्र अहिरवार 22 वर्ष से उसकी पहचान काफी पहले से है। अकसर बात चीत होती रहती थी। आरोपी शादी करने के लिए बोलता था। इसी दौरान आरोपी अपने रिश्ते के भाई सौरभ पिता मनमोहन अहिरवार 21 वर्ष के साथ 6 नवम्बर की रात मेरे पास आए। उसने शादी का झासा देकर और बहलाफुसला कर अपने साथ बाइक से ले गए। सागर से हम मालथौन थाना क्षेत्र के एक गांव पहुंचे। जहां उन्होंने एक 17 वर्षीय नाबालिग को भी ले लिया। हम चारों एक ही बाइक से बीना पहुंचे। जहां बाइक छोड़ ट्रेन से भोपाल पहुँचे जहां रात में ही इंदौर के लिए स्लीप बस से इंदौर के लिए निकल गए। बस में ही आरोपी बलराम अहिरवार ने उसके साथ उसकी मर्जी के विरुद्ध दुष्कर्म किया। पुलिस ने मामले में दुष्कर्म की धाराओं का इजाफा करते हुए आरोपी बलराम और उसकी सहायता करने वाले आरोपी सौरभ को गिरफ्तार कर लिया। जिसे पुलिस ने शनिवार को न्यायालय में पेश किया। जहां न्यायालय के आदेश पर दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया।