लोकायुक्त टीम की कार्यवाही : भ्रष्ट कमर्चारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ किया ट्रैप
मध्यप्रदेश। भोपाल में लोकायुक्त ने भ्रष्ट कमर्चारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ ट्रेप किया है। मजदूर की मौत पर पत्नी को पैसे मिले थे। इन्हीं पैसों से बाबू और कम्प्यूटर ऑपरेटर हिस्सा मांग रहे थे।
जनपद पंचायत ग्यारसपुर में गांव बोरी रामपुर के सचिव गिरवर सिंह यादव, जनपद पंचायत के बाबू सहायक ग्रेड तीन सुरेश शर्मा और कंप्यूटर ऑपरेटर गोवर्धन कुशवाह को 5000 रुपयों की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त भोपाल द्वारा रंगे हाथो पकडा गया है।
गोलू लोधी उर्फ़ हिम्मत सिंह लोधी निवासी ग्राम खेरुआ पड़रात तहसील गुलाबगंज जिला विदिशा ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त भोपाल दुर्गेश राठौर को शिकायत की थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि, उसके चाचा चिरोंजीलाल का स्वर्गवास हो गया है। उनकी मृत्यु होने से श्रमिक की मृत्यु पर शासन की ओर से 2 लाख रुपयों की सहायता राशि चाचा की पत्नी के खाते मे प्राप्त भी हो गयी थी।
इस राशि के खाते मे आने के बाद से ग्राम बोरी रामपुर का सचिव गिरवर सिंह यादव उस पर 10,000 रुपयों की रिश्वत देने के लिये दवाब बना रहा था। यह रिश्वत सचिव के द्वारा कंप्यूटर ऑपरेटर सुरेश शर्मा के लिये मांगी जा रही थी जो की जनपद पंचायत ग्यारसपुर मे कार्य करता है। शिकायत सत्यापन पर सही पाए जाने पीसी एक्ट की धारा 7 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया जाकर निरीक्षक नीलम पटवा के नेतृत्व में ट्रैप की कार्यवाही की गई।
पहले क़ृषि उपज मंडी विदिशा के मैन गेट पर आरोपी सचिव गिरवर सिंह यादव को आवेदक गोलू लोधी से 5,000 रुपयों की रिश्वत लेने पर रंगे हाथों पकड़ लिया गया और यही रिश्वत -राशि जब सचिव गिरवर ने बाबू सुरेश शर्मा को जनपद पंचायत कार्यालय मे देने गया तो सुरेश ने रिश्वत के रूपये कंप्यूटर ऑपरेटर गोवर्धन कुशवाह को देने के लिये कहा। गिरवर ने जैसे ही 5000 रूपये गोवर्धन को दिए लोकायुक्त भोपाल की टीम ने सूझ – बूझ और तत्परता दिखाते हुए अन्य दोनों आरोपियों को मौक़े पर ही पकड़ लिया।