पिकनिक के दौरान हादसा: एक डॉक्टर की मौत, बालिका लापता
सिंगरौली जिले की सरई तहसील स्थित गोपद नदी में रविवार को पिकनिक मनाने पहुंचे नार्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के तीन डॉक्टर और अन्य सदस्यों के साथ एक बड़ा हादसा हो गया। इस दौरान तेज बहाव में डूबने से एनसीएल नेहरू अस्पताल के डेंटल प्रमुख डॉ. हरीश सिंह की मौत हो गई, जबकि 13 वर्षीय प्रेरणा मुंडा अब भी लापता है।
घटना का विवरण
यह समूह देउरदह घाट मंदिर पर पिकनिक मनाने गया था। नदी में नहाते वक्त रिटायर्ड डॉक्टर प्रवीण मुंडा की बेटी प्रेरणा ट्यूब के सहारे तैरते हुए गहरे पानी में चली गई। उसे बचाने के प्रयास में डॉक्टर हरीश सिंह (37), डॉक्टर डीजे बोरा, सुनील कुमार और पीके भंडारी पानी में कूद गए। तेज बहाव के कारण पांचों डूबने लगे। इनमें से तीन डॉक्टर किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहे, लेकिन डॉक्टर हरीश सिंह गहरे पानी में फंस गए। गोताखोरों ने उन्हें निकाला, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
घटना के तुरंत बाद पुलिस और एसडीआरएफ की 14 सदस्यीय टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर तलाशी अभियान शुरू किया। एएसपी शिवकुमार वर्मा ने बताया कि बच्ची की तलाश के लिए रात में हाइड्रोजन लाइट का उपयोग किया गया। इसके अलावा, करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित जेपी पावर प्लांट के स्टॉप डैम को जाली लगाकर नदी के बहाव को नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है।
पिकनिक में शामिल लोग
पिकनिक मनाने वालों में एनसीएल के तीन डॉक्टर- डॉ. हरीश सिंह, डॉ. डीजे बोरा और रिटायर्ड डॉ. प्रवीण मुंडा, विजिलेंस विभाग के दो अधिकारी सुनील कुमार और पीके भंडारी शामिल थे। उनके परिवार भी इस यात्रा का हिस्सा थे।
मौके पर मातम का माहौल
प्रेरणा के लापता होने की खबर सुनते ही परिवार में हड़कंप मच गया। सभी लोग घटना के बाद गहरे सदमे में हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और नदी के आसपास के क्षेत्रों में गहन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
सुरक्षा की अनदेखी बनी हादसे की वजह
गोपद नदी में तेज बहाव और गहरे पानी के कारण पहले भी हादसे हो चुके हैं। इसके बावजूद सुरक्षा उपायों की कमी इस बार भी देखने को मिली। विशेषज्ञों ने घाट पर चेतावनी बोर्ड और तैराकी उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया है।
हादसे ने सभी को झकझोर दिया है, और स्थानीय प्रशासन से क्षेत्र में सुरक्षा उपाय बढ़ाने की मांग उठ रही है।