छात्राओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया
सागर। शासकीय माध्यमिक शाला मढ़पिपरिया में नवरात्रि के शुभ अवसर पर आयोजित हुआ बालिका आत्मरक्षा प्रशिक्षण। शासकीय माध्यमिक शाला मढपिपरिया के शिक्षक एवं प्रभारी प्रधानाध्यापक के श्री अशोक राजौरिया के सफल दिशा निर्देशन में नवरात्रि के शुभ अवसर शाला की छात्राओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर के आज समापन हुआ।
देश में छात्राओं के साथ बढ़ते अपराध की घटनाओं को देखते हुए प्रशिक्षक श्री राजौरिया ने बालिकाओं को दुर्गा, महारानी लक्ष्मीबाई, रानी अवंतीबाई, रानी दुर्गावती जैसा बनानें के लिए बांस के डंडा से आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्रदान किया। बांस के डंडा से छात्राओं को दूसरो से लड़ने का प्रशिक्षण देकर बालिकाओं को पूर्ण दक्ष किया।
बालिकाओं को जूड़ो कराटे का प्रशिक्षण प्रदान किया गया । छात्राओं को लाठी धुमाने का प्रशिक्षण दिया गया। लड़कियों की लड़कों के द्वारा यदि बाल की चोटी पकड़ी जाती तो कैसे छुड़ाना है, यदि कोई भी बुरी नीयत से हाथ पकड़ता है तो कैसे छुड़ाना ऐसे गुर प्रशिक्षण के माध्यम सिखाया गया।
बालिका अपने नाखून, चिमटी बक्कल चाबी का गुच्छा, मफलर ,पेन, पेंसिल, नोट बुक,ओर दांतों को तात्कालिक आत्मरक्षा हथियार के रूप में कैसे प्रयोग कर अपनी आत्म रक्षा कर सकती यह आत्मशक्ति का गुण प्रशिक्षण के द्वारा विकसित किया गया। आत्मरक्षा प्रशिक्षण से बालिकाओं में आत्मविश्वास की वृध्दि होती है और यदि कभी भी किसी प्रकार की विपरीत स्थिति में बालिका स्वयं की आत्म रक्षा कर सकती हैं। शासकीय माध्यमिक शाला मढपिपरिया की कक्षा 6 वीं से कक्षा आठवीं तक की बालिकाओ को नवरात्रि के शुभ अवसर पर आज के परिदृश्य एवं माहौल को देखकर यह प्रशिक्षण का मील का पत्थर साबित होगा।
शिक्षक अशोक राजौरिया ने बताया ऐसे प्रशिक्षण से बालिकाओं का मनोवैज्ञानिक, बौद्धिक और शारीरिक और आत्म शक्ति का विकास होगा । ऐसे प्रशिक्षण से बच्चों में आत्मरक्षा के गुण विकसित होते हैं। इस प्रशिक्षण में शिक्षक श्री राजौरिया एवं शिक्षिका पूर्णिमा शुक्ला ने महती भूमिका अदा की।