ग्वालियर: पिता ने ही करवाई बेटे इरफान की हत्या, पुलिस जांच में बड़ा खुलासा
ग्वालियर। 21 अक्टूबर को इरफान की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में पता चला कि इरफान के पिता हसन खान और चाचा हासिन खान ने ही सुपारी देकर उसकी हत्या करवाई थी। हिस्ट्रीशीटर इरफान जुए, स्मैक और गांजे का आदी था, जिसके कारण वह अपने परिवार को परेशान करता था।
पुलिस ने ऐसे खोला मामला
20 से अधिक संदेहियों से पूछताछ के बाद पुलिस को कुछ सुराग मिले, जिन्होंने उन्हें हसन तक पहुंचाया। जब पुलिस ने हसन को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, तो उसने टूटकर सच्चाई कबूल कर ली। उसने बताया कि इरफान की नशे की लत और बर्बाद होती जिंदगी से तंग आकर उसने ये कठोर कदम उठाया।
सिर और सीने में गोली मारकर हत्या
घटना ग्वालियर के पुरानी छावनी थाना क्षेत्र की है, जहां इरफान (28) का शव बदनापुरा-अकबरपुर की पहाड़ियों में मिला था। वह सोमवार रात बदनापुरा में एक शादी समारोह में गया था, जहां उसे रात 12 बजे तक देखा गया था। मंगलवार सुबह जब हसन को खबर मिली कि उनका बेटा लहूलुहान हालत में पड़ा है, तो परिवार के साथ पहुंचने पर पाया कि इरफान की मृत्यु हो चुकी थी। उसके सिर और सीने पर गोली के निशान थे।
50 हजार रुपए में दी थी सुपारी
पूछताछ में हसन ने बताया कि उसने इरफान की हत्या के लिए अर्जुन उर्फ शराफत खान और भीम सिंह परिहार को 50,000 रुपए की सुपारी दी थी। घटनास्थल तक वह खुद इरफान को लेकर पहुंचा था और इसके बाद शूटर्स ने उसे कुछ दुश्मनों को फंसाने के बहाने अपने साथ ले लिया था।
आरोपी शूटर्स की तलाश जारी
पुलिस अब शूटर्स अर्जुन उर्फ शराफत खान और भीम सिंह परिहार की तलाश कर रही है। अर्जुन अकबरपुर क्षेत्र का निवासी है, जबकि भीम सिंह परिहार माधवगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला है।
हिस्ट्रीशीटर इरफान का आपराधिक इतिहास
एसपी धर्मवीर सिंह के अनुसार, इरफान का आपराधिक इतिहास था, और उसके खिलाफ कई थानों में लूट और मारपीट के मामले दर्ज थे। उसे पहले से अपनी हत्या का अंदेशा था, लेकिन वह इस बात से अनजान था कि उसे मारने की योजना उसके अपने पिता ने बनाई है।
यह घटना एक पिता द्वारा अपने ही बेटे के प्रति इतनी कठोरता और निराशा को दर्शाती है, और यह समाज के लिए एक गहरी चिंता का विषय है।