अनफिट वाहनों की सघन चैकिंग करें,होटलों रेस्टोरेंट आदि दुकानों की जाँच करें- कलेक्टर संदीप जी आर
सागर। जिले की वायु गुणवत्ता को और बेहतर बनाने हेतु सभी संबंधित विभाग समुचित प्रयास करें उक्त निर्देश कलेक्टर संदीप जी.आर. ने नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम की जिला स्तरीय समिति बैठक में दिये। बुधवार को स्मार्ट सिटी कार्यालय में आयोजित इस जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में कलेक्टर संदीप जी. आर. ने कहा की जिले में वायु को प्रदूषित करने वाले कारकों को चिन्हित कर वायु प्रदूषण की रोकथाम, नियंत्रण एवं उन्मूलन के लिए व्यापक अभियान चलाकर सख्ती से कार्यवाही करें। उन्होंने आरटीओ विभाग के अधिकारीयों को निर्देशित करते हुए कहा की जिले में अनफिट वाहनों की सघन चैकिंग करें और चिन्हित अनफिट वाहनों सहित पीयुसी सर्टिफिकेट न होने पर वाहनों पर सख्त कार्यवाही करें। फूड विभाग होटलों रेस्टोरेंट आदि दुकानों की जाँच करें और खाद्य पदार्थ बनाने हेतु ईधन के रूप में कोयला, लकड़ी आदि वायोमास ईधन के उपयोग पर रोक लगाएं। होटलों रेस्टोरेंट आदि संचालक सीएनजी व एलपीजी ईधन का उपयोग कर खाद्य पदार्थ बनायें। उद्योग विभाग एवं नगर निगम प्रशासन शहर में संचालित उद्योग कलकारखानों में वायु प्रदूषण रोकथाम हेतु किये गये उपायों की जाँच करें और वायु प्रदूषणकारी कलकारखानों पर कार्यवाही कर वायु प्रदूषण रोकथाम सुनिश्चित करें। नगरीय क्षेत्र में ग्रीनएरिया का विकास करें।
वातावरण स्वच्छ साफ रखने के लिए धूल, धुंआ आदि को समाप्त करने हेतु रहवासियों का सहयोग आवश्यक है आईईसी गतिविधियों और जागरूकता केंपेन के माध्यम से सभी जिलेवासियों को राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम की जानकारी दें और अपने आस-पास वातावरण को स्वच्छ बनाने हेतु जागरूक बनायें।
नगर निगम आयुक्त सह कार्यकारी निदेशक सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड राजकुमार खत्री ने कहा की स्मार्ट सिटी के द्वारा तीन बड़े पार्को सहित लगभग 48 पार्को का निर्माणकर ग्रीन एरिया में विकास किया गया है। नगर निगम एवं स्मार्ट सिटी के माध्यम से खाली प्लॉट और शासकीय जमीनों को चिन्हित कर एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत बड़े स्तर पर प्लांटेशन किया जा रहा है। रोड के किनारे, रोड डिवाइडर पर सघन व्यवस्थित पौधरोपण किया गया है। सिटी फॉरेस्ट का पुनर्विकास कर प्लांटेशन किया गया है। लगभग 12 किलोमीटर सड़क के दोनों ओर एन्ड टू एन्ड पेबर ब्लॉक लगाने का कार्य किया जा रहा है जिससे धूल की समस्या कम होगी। 50 टीपीडी का सीएन्डडी प्लांट संचालित है। लाखा बंजारा झील कायाकल्प से शहर के बीच स्वच्छ पानी का एक विशाल जलस्रोत वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण सहयोग दे रहा है, इसके साथ ही विभिन्न स्थलों पर कुआँ बावड़ी आदि का पुनर्विकास कर वाटर फाउंटेन लगाये गये हैं। वॉटर फॉगिंग मशीन से भी पानी की फुहारों का छिड़काव समय समय पर किया जाता है। शहरी वायु गुणवत्ता को और बेहतर बनाने हेतु सतत प्रयास किये जा रहे हैं इससे नागरिकों को बेहतर जीवन गुणवत्ता के लिए आवश्यक इंवायरमेंट मिलेगा।
बैठक में जिला प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, नगर निगम प्रशासन, सागर स्मार्ट सिटी, आरटीओ विभाग, यातायात विभाग, जिला खाद्य विभाग आदि के अधिकारी उपस्तिथ रहे।
नागरिक इस प्रकार वायु गुणवत्ता सुधार में सहयोगी बनेंगे
1- मकानों की तोड़फोड़ एवं निर्माण के दौरान निर्माणकर्ता टिन या ग्रीनमेट लगाकर रखें और समय-समय पर पानी का छिड़काव करें ताकि धूलकण उड़कर हवा में न घुले।
2- खाना पकाने और अन्य कार्यों हेतु ईधन के रूप में वायोमास लकड़ी, कोयला आदि धुंआकारक का उपयोग न करें। सीएनजी, एलपीजी और वायोगेस का उपयोग करें।
3- खुले में कचरा और सॉलिड वेस्ट आदि को एकत्र कर न जलायें। कचरे को कचरा कलेक्शन वाहनों में दें जिससे कचरे का उचित निष्पादन किया जा सके।
4- अपने डीजल पेट्रोल वाहनों की समय पर फिटनेस और पीयूसी जाँच करायें और वाहनों को फिट रखें ताकि प्रदूषण न फैले।
5- किसान खेतों में फसल कटाई के बाद पराली आदि न जलाएं।
6- पर्व और उत्सवो आदि पर ग्रीन पटाखों का उपयोग करें।
7- कच्चे रास्तों पर निर्धारित गति से वाहन चलाएं ताकि डस्ट पार्टिकल कम उड़े।