जल गंगा आरती में झिलमिल दीपों और विशाल आरतियों से जगमगायेगा आज झील किनारे श्री विट्ठल रुक्मणि मंदिर के सामने घाट
सागर। लाखा बंजारा झील किनारे चकराघाट के पास श्री विट्ठल रुक्मणि मंदिर के सामने वाले घाट पर जल गंगा आरती का आयोजन दिनांक 16 सितंबर 2024 दिन सोमवार को शाम 7 बजे किया जायेगा। जल गंगा आरती से पहले शाम 6 बजे से 7 बजे तक स्थानीय संगीतकारों एवं अन्य कलाकारों द्वारा मधुर संगीत और अन्य कलाओं का प्रदर्शन किया जायेगा। निगमायुक्त सह कार्यकारी निदेशक सागर स्मार्ट सिटी श्री राजकुमार खत्री ने रविवार को झील किनारे तैयारियों का जायजा लिया और श्री विट्ठल रुक्मणि मंदिर के सामने वाले घाट पर जल गंगा आरती की तैयारियां समय पर करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा की विगत सावन माह के सोमवार से प्रारम्भ हुई जल गंगा आरती के प्रति सोमवार को हो रहे सांस्कृतिक आयोजन से नागरिकों में झील की सुरक्षा और स्वच्छता की भावना बढ़ी है। आज बड़ी संख्या में रहवासी झील किनारे घूमने पहुंच रहे हैं। प्रति सोमवार को जल गंगा आरती में विशाल संख्या में नागरिकों की उपस्थिति बताती है की उनका जुड़ाव झील से हो रहा है। इस सांस्कृतिक आयोजन का उद्देश्य नागरिकों को अपनी ऐतिहासिक धरोहरों और जल, वायु, पृथ्वी आदि पर्यावरण के मूल घटकों को साफ-स्वच्छ रखते हुए भविष्य के लिए संरक्षित करने हेतु जागरूक बनाना है और इस प्रकार के आयोजन लगातार किये जाने से प्रत्येक सोमवार को जल गंगा आरती में शामिल होने वाले नागरिकों के साथ-साथ त्योहारों आदि पर दूर दराज से सागर आने वाले लोगों को भी ऐतिहासिक झील से जुड़ने का अवसर मिल रहा है। ऐतिहासिक और मराठाकाल के भव्य प्राचीन मंदिरों की विशाल श्रंखला से लाखा बंजारा झील धार्मिक पर्यटन के लिए भी महत्वपूर्ण है। चकराघाट से गणेश घाट तक विशाल घाट पर जल गंगा आरती वाले दिन शाम से ही लोगों की झील किनारे गतिविधियां बढ़ने लगी हैं इससे नौकायन को भी बढ़ावा मिल रहा है। बड़ी संख्या में परिवार सहित जल गंगा आरती में शामिल होने आने वाले रहवासी और अन्य व्यक्ति यहां नाव में बैठकर झील की लहरों का आनंद लेने के बाद जल गंगा आरती में भी भक्तिभाव से शामिल होते हैं। झिलमिल दीपों से जगमगाती झील की लहरों और घाट पर जल गंगा आरती हेतु 21 दीपों वाली 11 आरतियों की रौशनी सहित आकर्षक लाइटिंग से जगमगाते घाट पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, नागरिकगण और शहर से बाहर से आने वाले लोग भी अद्भुत भक्तिमय सांस्कृतिक आयोजन में शामिल होते हैं। विशाल जनसमूह की उपस्थिति में मंत्रोच्चार एवं पूजन के साथ चकराघाट स्थित विट्ठल मंदिर घाट पर जल गंगा आरती का अलौकिक आयोजन आज पुनः किया जायेगा।
सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड एवं नगर निगम द्वारा सागर की पहचान एतिहासिक लाखा बंजारा झील को स्वच्छ, सुंदर बनाए रखने एवं नगर के लोगों में झील को स्वच्छ रखने के लिए जन जागरुकता विकसित करने के उद्देश्य से चकराघाट पर प्रारंभ की गई गंगा आरती का आयोजन सोमवार को पुनः पूरे हर्षोल्लास से स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 अंतर्गत जीरो वेस्ट इवेंट के रूप में किया जायेगा। इस अवसर पर महिलाओं , बच्चों, बुजुर्गों एवं युवाओं आदि विशाल संख्या में उपस्थित सभी नागरिकों को सागर शहर को स्वच्छ सुंदर बनाने के लिए आवश्यक सहयोग का संकल्प भी दिलाया जायेगा। सभी नागरिक झील सहित सभी जलस्रोतों को साफस्वच्छ रखने में सहयोगी बने। त्योहारों आदि पर पूजन सामग्री और प्रतिमाओं आदि का विसर्जन झील में न करते हुए वैकल्पिक निर्धारित स्थलों, नाडेप पिट आदि में करें। अपने ऐतिहासिक जलस्रोतों, धरोहरों सहित शहर को साफ-स्वच्छ और सुंदर बनाने में हम सबका सामूहिक प्रयास और सहयोग महत्वपूर्ण है।