मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का X (ट्विटर) अकाउंट हैक, क्रिप्टोकरेंसी का किया गया प्रमोशन
मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और इंदौर-1 से विधायक कैलाश विजयवर्गीय का X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट बुधवार रात हैक कर लिया गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की, जिसके बाद अकाउंट को रिस्टोर कर लिया गया। हैकिंग की इस घटना में केवल विजयवर्गीय का ही नहीं, बल्कि हॉकी इंडिया समेत कई प्रमुख अकाउंट्स भी निशाने पर थे, जिन्हें बाद में ठीक कर लिया गया।
हैकिंग के पीछे क्रिप्टोकरेंसी प्रमोशन का मकसद
हैकर्स ने विजयवर्गीय का अकाउंट हैक करने के बाद क्रिप्टोकरेंसी का प्रमोशन शुरू कर दिया। 18 सितंबर की रात करीब 11:30 बजे अकाउंट हैक किया गया। इसके साथ ही दुनिया के गोल ब्राजील, हैदराबाद मेट्रो और सैंटा क्रूज काउंटी जैसे कई प्रमुख अकाउंट्स को भी निशाना बनाया गया। विजयवर्गीय के अकाउंट से हैकर्स ने क्रिप्टोकरेंसी की एक लिंक पोस्ट की और लिखा,
“THIS IS HACKED ACCOUNT!! INTRODUCING SHACKED ON SOLANA. On each account we hack, we publish the token address so we pump it and make profits together.”
यह मैसेज क्रिप्टोकरेंसी के टोकन को प्रमोट करने के उद्देश्य से था, और इसमें लिंक और टोकन का विवरण भी शामिल था। इसी तरह हॉकी इंडिया के अकाउंट से भी क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित पोस्ट किया गया।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब किसी प्रमुख नेता या संस्था का सोशल मीडिया अकाउंट हैक किया गया हो। 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का X अकाउंट भी हैक हो चुका है। उस समय हैकर्स ने पीएम मोदी के अकाउंट से एक ट्वीट कर यह दावा किया था कि भारत ने बिटकॉइन को कानूनी मान्यता दे दी है। बाद में इस ट्वीट को फर्जी करार देते हुए इसे इग्नोर करने की हिदायत दी गई थी।
साइबर सुरक्षा पर सवाल
इस तरह के साइबर अटैक ने डेटा सुरक्षा और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यूजर्स ने इन घटनाओं पर तेजी से प्रतिक्रिया दी और कई कमेंट्स के जरिए इस बारे में जानकारी साझा की। जिस तरह से लाखों फॉलोअर्स वाले अकाउंट्स हैक किए गए, उससे यह चिंता और बढ़ गई कि ऐसे साइबर हमलों से कई लोगों को नुकसान हो सकता है।