कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर विवाद: मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में याचिका दायर, आज सुनवाई
जबलपुर। हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत की अपकमिंग फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। फिल्म के खिलाफ मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के जबलपुर बेंच में याचिका दायर की गई है, जिस पर आज सोमवार को सुनवाई होने जा रही है।
याचिका का विवरण:
शनिवार को सिख संगत जबलपुर और श्री गुरु सिंह सभा इंदौर की ओर से दायर जनहित याचिका में फिल्म पर बैन लगाने की मांग की गई है। एक्टिंग चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा और जस्टिस विनय सराफ की डिवीजन बेंच इस याचिका पर सुनवाई करेगी। याचिका में आरोप लगाया गया है कि फिल्म में सिख समुदाय को गलत तरीके से चित्रित किया गया है, जिससे सिख समाज आहत है।
सिख समाज की आपत्ति:
याचिका दायर करने वाले इंदौर के सरदार मंजीत सिंह भाटिया और जबलपुर के सरदार मनोहर सिंह ने कोर्ट को बताया कि फिल्म में चार सिखों को हिंदुओं पर गोलियां बरसाते हुए दिखाया गया है, और उन्हें “वी वांट खालिस्तान, सानू खालिस्तान चाहिए” जैसे नारे लगाते हुए दर्शाया गया है। याचिकाकर्ताओं का दावा है कि फिल्म में सिखों का रूप वीभत्स और खतरनाक तरीके से प्रस्तुत किया गया है, जो कि पूरी तरह गलत है। याचिका में मांग की गई है कि फिल्म का सर्टिफिकेट रद्द किया जाए और इसे सिनेमाघरों में रिलीज न होने दिया जाए। साथ ही, उन्होंने आग्रह किया है कि फिल्म को रिलीज से पहले इंदौर और जबलपुर के सिख पदाधिकारियों को दिखाया जाए।
कंगना रनौत की प्रतिक्रिया:
कंगना रनौत ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी फिल्म की रिलीज पर अचानक से रोक लगा दी गई है। उन्होंने एक वीडियो संदेश में बताया कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने पहले फिल्म को क्लियर कर दिया था, लेकिन बाद में सर्टिफिकेशन रोक दिया गया। कंगना ने कहा, “हमें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। सेंसर बोर्ड को भी धमकाया जा रहा है कि फिल्म में इंदिरा गांधी की हत्या, भिंडरावाले, और पंजाब दंगे न दिखाए जाएं। मुझे नहीं पता कि फिर हम क्या दिखाएं।”
जबलपुर में विरोध प्रदर्शन:
शुक्रवार को जबलपुर में सिख समुदाय के लोगों ने ‘इमरजेंसी’ फिल्म के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सैकड़ों लोग रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपते हुए फिल्म पर पूरी तरह रोक लगाने की मांग की। BJP के पूर्व मंत्री हरेंद्र सिंह बब्बू ने कहा कि जब कंगना रनौत सांसद नहीं थी, तब भी वह विवादित बयान देती थीं, और अब उनकी यह फिल्म सिख समुदाय की छवि को नुकसान पहुंचाने वाली है। सिख संगत ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को भी पत्र लिखकर फिल्म पर बैन लगाने की मांग की है।
फिल्म की रिलीज पर संकट:
‘इमरजेंसी’ फिल्म 6 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होनी है, लेकिन हाईकोर्ट में दायर इस याचिका और बढ़ते विरोध के चलते फिल्म की रिलीज पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। कोर्ट का निर्णय इस मामले में अहम साबित होगा।