सड़क हादसे में 7 की मौत, 11 घायल: ऑटो-हाइवा टक्कर का दर्दनाक मंजर

 सड़क हादसे में 7 की मौत, 11 घायल: ऑटो-हाइवा टक्कर का दर्दनाक मंजर

जबलपुर: बुधवार शाम को जबलपुर के सिहोरा-कटनी स्टेट हाईवे पर मुंजी गांव के पास हुए दर्दनाक सड़क हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए। इस हादसे में तीन लोगों की हालत गंभीर है, जिन्हें मेडिकल कॉलेज जबलपुर में भर्ती करवाया गया है। हादसे में एक तीन साल के बच्चे समेत एक पूरा परिवार खत्म हो गया। गुरुवार को सिहोरा स्वास्थ्य केंद्र में शवों का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा, जिसके बाद प्रतापपुर गांव में अंतिम संस्कार होगा।

करण सिंह कोल ने बयां किया हादसे का मंजर
ऑटो में सवार घायल करण सिंह कोल ने बताया, “मेरी आंखों के सामने ऑटो 50 मीटर तक घिसटता गया। हम बचाओ-बचाओ चिल्ला रहे थे, लेकिन हाइवा चालक ने हमारी आवाज नहीं सुनी। हाइवा ऑटो के ऊपर पलट गया। सबसे पहले मेरे सामने तीन साल के बच्चे ने दम तोड़ा। दूसरी तरफ देखा तो कुछ लोग हाइवा के नीचे दबे हुए थे। मैं गणेश जी का विसर्जन करके आ रहा था, उन्हीं की कृपा से बच गया, नहीं तो मौत निश्चित थी।”

करण ने बताया कि ऑटो में 18 लोग सवार थे और एक छोटी सी गलती के कारण 7 लोगों की जान चली गई। “अगर ऑटो चालक ने ओवरटेक नहीं किया होता, तो शायद इतना बड़ा हादसा टल सकता था,” उन्होंने कहा।

कैसे हुआ हादसा?
करण ने बताया कि ऑटो प्रतापपुर से खितौला की ओर जा रहा था। जब ऑटो मुंजी गांव के पास पहुंचा, तो साइड से तेज रफ्तार हाइवा निकला। ऑटो चालक ने भी अचानक गति बढ़ा दी और हाइवा को ओवरटेक करने की कोशिश की। तभी ऑटो अनियंत्रित हो गया और हाइवा के पिछले हिस्से से टकरा गया। हाइवा के पीछे लगी लोहे की चेन ऑटो में फंस गई और ऑटो 50 मीटर तक घिसटता चला गया। इसके बाद हाइवा का अगला हिस्सा ऑटो पर गिर गया, जिससे उसमें सवार कई लोग दब गए। हादसे में महिलाएं और बच्चे भी सवार थे, जिनमें से कुछ की मौके पर ही मौत हो गई।

हाइवा चालक हिरासत में
घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय विधायक संतोष बरकड़े, कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना, और एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने मौके का मुआयना किया और सिहोरा अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात की। मझगंवा पुलिस ने हाइवा चालक ओमकार द्विवेदी को हिरासत में लेकर उसके खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया है।

सड़कों पर तेज रफ्तार वाहनों पर लगेगी रोक
एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने कहा कि जिस स्थान पर हादसा हुआ, वहां तेज रफ्तार वाहन चलते हैं। मझगंवा और खितौला थाना प्रभारी को निर्देश दिए गए हैं कि तेज रफ्तार और ओवरलोड वाहनों पर सख्ती से कार्रवाई की जाए।

सोयाबीन की फसल काटने जा रहे थे सभी
जानकारी के मुताबिक, हादसे में मारे गए लोग सागर जिले के बीना के पास सोयाबीन की फसल काटने जा रहे थे। ऑटो चालक दीपक बर्मन, जो कटनी जिले के सिलौड़ी का रहने वाला है, फरार है। हादसे में शोभाराम (35), उनकी पत्नी कल्लू बाई (30), और तीन साल का बेटा भूरा कोल की मौत हो गई। साथ ही करण (20) और उसकी पत्नी रानू (19) की भी मौत हो गई।

एम्बुलेंस ड्राइवर और टेक्नीशियन बर्खास्त
घायलों को सही अस्पताल में नहीं पहुंचाने पर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना के निर्देश पर दो एम्बुलेंस ड्राइवर और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन को बर्खास्त कर दिया गया है।

सरकार ने की मदद की घोषणा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर गहरा दुख जताया और मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की।

 

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