सागर में जर्जर स्कूल भवन की दीवार गिरी, SDM बोली मेरी जानकारी में नही

लापरवाही या अनदेखी स्कूल भवन अचानक गिरा, बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे पैरेंट्स

संकुल केंद्र के अधिकारियों की लापरवाही के कारण से सेहजपुरी गांव से 3 किलोमीटर दूर मनकापुर गांव में स्कूल लगाया जा रहा है

सागर। गौरझामर शासकीय प्राथमिक शाला सेहजपुरी में स्कूल की बिल्डिंग बारिश की वजह से ढह गई। इस स्कूल में बच्चे पढ़ते हैं शिक्षक पदस्थ हैं। लेकिन साल दर साल खस्ता हाल होती बिल्डिंग जर्जर होने की सूचना हेडमास्टर द्वारा अधिकारियों को लिखित में कई बार दे दिया गया था। हेडमास्टर ने बताया बिल्डिंग गिर जाने से स्कूल परिसर में कक्षाएं लगाई थी। और साथ ही अधिकारियों ने ही यहां निरीक्षण करने आए और ध्यान भी नहीं दिया गया। नतीजा जान के खतरे के बावजूद इस स्कूल में कक्षाओं संचालित होती रहीं। लेकिन जब बुधवार की रात में स्कूल भवन की दीवाल और छत अचानक गिर गई केसली विकासखण्ड में आने वाली प्राथमिक शाला सहजपुरी डाइस कोड 23110708401 है। स्कूल में दर्ज बच्चो की दर्ज संख्या करीब 32 है। जहा बड़ा हादसा होते होते टल गया। क्योंकि शासकीय प्राथमिक स्कूल की बिल्डिंग क्षतिग्रस्त होने से अचानक गिर गई। लेकिन गनीमत रही कि हादसा रात में हुआ अगर हादसा स्कूल के लगने के समय होता तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी।

केसली शिक्षा विभाग के अधिकारी ने बिल्डिंग गिरने के बाद जारी किया आदेश

केसली विकासखण्ड के शिक्षा अधिकारी ने 7 अगस्त प्राथमिक शाला स्कूल के हेडमास्टर को आदेश जारी किया आदेश में स्कूल दूसरी शाला मनकापुर में कक्षाएं संचालित करने के लिए निर्देशित किया गया। और मनकापुर स्कूल जाने वाले बच्चो स्कूल ले जाने और घर वापिस लाने कि जवावदारी शिक्षक की रहेगी। लेकिन शिक्षा विकासखण्ड अधिकारी ने बिना निरीक्षण किए आदेश जारी कर दिया। यह पता नही की स्कूल की बिल्डिंग दीवाल और छत बुधवार की रात में ही गिर चुकी थी उसे बाद आदेश में लिखा गया की कोई घटना घटित न हो जाए और इसलिए कक्षाएं मनकापुर स्कूल में लगाई जावे।

सेहजपुरी गांव के बच्चों का भविष्य अंधकार में

ब्लॉक के अधिकारियों ने नहीं किया एसडीएम को बिल्डिंग गिरने के बारे में सुचित ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बी आर सी संकुल प्राचार्य जन शिक्षक एवं तहसीलदार केसली द्वारा उक्त बिल्डिंग गिरने की सूचना अपने वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दी गई जिससे यह बात तो स्पष्ट होती है की ब्लॉक में बैठे अधिकारी इस बात को दबाना चाहते थे जब बिल्डिंग जर्जर अवस्था में कई सालों से है इसके बारे में सेहजपुरी के स्कूल के हेड मास्टर सभी जगह लिखित में जानकारी पहले ही दे दी थी लेकिन किसी भी अधिकारी ने ईश्वर ध्यान नहीं दिया इसे ही सिद्ध होता है कि अधिकारियों का गैर जिम्मेदार आना रवैया सामने आ रहा है जिससे कई बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ होते-होते बच गया

गांव के ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर लगा आरोप

ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाहियों के कारण बहुत बड़ी घटना घट सकती थी अधिकारियों को जानकारी होने के बाद भी स्कूल पर एक्शन नहीं लिया गया जब स्कूल में घटना घटी उसके बाद स्कूल को दूसरे गांव में सेटलमेंट किया गया जिससे बच्चों को इतनी दूर स्कूल जाने के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा हमारे सभी गांव के बच्चों को इतनी दूर स्कूल नहीं भेजेंगे

यह मामला मेरी जानकारी में नहीं है मैं शीघ्र ही तहसीलदार को भेज कर इसकी जांच करवाती हूं। और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके ऊपर कठोर कारवाई की जाएगी स्कूल की बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हुई है। और मुझे किसी अधिकारी और कर्मचारी द्वारा कोई जानकारी नहीं दी है जानकारी क्यों नही दी गई है इसकी भी में जांच करवाती हूं- भव्या त्रिपाठी SDM देवरी

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