देशभर में इस साल हुए लोकसभा चुनाव में भारी दिक्कतें, 2029 के लिए आयोग ने तैयार किया नया प्लान
देशभर में इस साल हुए लोकसभा चुनाव में पोलिंग पार्टियों से लेकर आम मतदाता तक को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लू के थपेड़ों और शरीर को झुलसा देने वाली गर्मी के बीच चुनाव कराने से हुई जानमाल की हानि पर चुनाव आयोग ने चिंता जताई है। आयोग ने 2029 में होने वाले आम चुनाव के लिए नई योजना तैयार की है, जिसमें चुनाव अप्रैल के अंत तक समाप्त करने की योजना है।
बदलते मौसम से लिया सबक
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि 2029 के लोकसभा चुनाव को अप्रैल के अंत तक समाप्त करने की योजना बनाई जा रही है। इस बार के चुनाव में प्रचंड गर्मी के कारण वोटिंग प्रतिशत में गिरावट आई है। उत्तर प्रदेश और बिहार सहित कई राज्यों में मतदान कर्मचारियों को तीव्र गर्मी की वजह से जान गंवानी पड़ी, जबकि दर्जनों लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
वोटर्स ने बनाया विश्व रिकॉर्ड
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस बार के चुनाव में 31.2 करोड़ महिलाओं समेत 64.2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने वोट डाले, जो एक विश्व रिकॉर्ड है। यह संख्या जी7 देशों के वोटर्स की संख्या का 1.5 गुना और यूरोपीय संघ के 27 देशों के मतदाताओं की संख्या का 2.5 गुना है। जम्मू-कश्मीर ने भी चार दशकों में सबसे अधिक वोटिंग करने का रिकॉर्ड बनाया है।
हम कहीं नहीं गायब थे, यहीं थे…
चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर हुई फजीहत और तीनों आयुक्तों को लापता जेंटलमेन करार देने वाले मीम्स पर राजीव कुमार ने स्पष्ट किया कि निर्वाचन आयोग गायब नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि वे बड़ी चुनौतियों के बीच चुनाव करा रहे थे। इस चुनाव में 68,000 से अधिक निगरानी दल और 1.5 करोड़ मतदान और सुरक्षा कर्मी शामिल हुए थे। चुनाव कराने के लिए लगभग चार लाख वाहनों, 135 विशेष ट्रेनों और 1,692 फ्लाइट्स का इस्तेमाल किया गया। 2024 के चुनावों के दौरान नकदी, मुफ्त उपहार, ड्रग्स और शराब सहित 10,000 करोड़ रुपये की जब्ती की गई, जो 2019 में 3,500 करोड़ रुपये थी।
चुनाव आयोग ने इस बार के चुनाव से सीखे सबक के आधार पर भविष्य के लिए बेहतर तैयारी की है, जिससे आगामी चुनाव अधिक सुचारू रूप से और कम दिक्कतों के साथ संपन्न हो सकें।