बीएमसी हॉस्पिटल से अपहरण किया गया 4 दिन का नवजात बच्चा सागर पुलिस ने 1 घंटे में ढूंढ कर परिवार को सुपुर्द किया
थाना गोपालगंज सहित सागर शहर के सभी थानों की पुलिस आ गई तत्काल एक्शन मोड में
अपहरण करने वाली महिला को किया गया गिरफ्तार
सागर। आज दिनांक 02/06/24 को सुबह लगभग 8:30 बजे बीएमसी चौकीमें सूचना मिली कि बीएमसी हॉस्पिटल में भर्ती महिला के नवजात शिशु का अपहरण कर कोई महिला उठाकर ले गई है। सूचना कंट्रोल रूम को मिलते ही सागर पुलिस द्वारा प्रकरण को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए तुरंत शहर के थाना में उपस्थित समस्त बल सभी चीता मोबाइल समस्त डायल 100 को चेकिंग पर लगवाकर निर्देशित किया गया। अपहरणकर्ता महिला के बच्चे को उठाकर ले जाने के सभी संभावित रास्तों में पुलिस बल भेजा गया। सागर पुलिस के 100 से अधिक पुलिसकर्मी एक ही उद्देश्य में लग गए कि किसी भी तरह नवजात शिशु को सही सलामत खोजना है। सागर पुलिस के जवानों के 1 घंटे के अथक प्रयासों ने सुखद परिणाम दिया। नए बस स्टैंड राजघाट रोड पर चेकिंग में गए गोपालगंज पुलिस से चीता मोबाइल में लगे आरक्षक पुष्पेंद्र सिंह ठाकुर तथा आरक्षक अमन सरयाम को एक महिला नवजात बच्चे को गोदी में लिए मिली। शक होने पर इस महिला को रुकवाया गया एवं महिला अधिकारियों के साथ अन्य अधिकारियों को बस स्टैंड भेज कर बच्चे की तस्दीक करवाई गई तो बच्चा वही निकला जिसका बीएमसी अस्पताल से अपहरण गया था।
महिला ने अपनी पहचान छुपाने के लिए बीएमसी से जाते समय जो कपड़े पहने थे उनको बदल दिया था जिससे उसकी पहचान ना हो सके। पर सागर पुलिस के जवानों की तत्पर निगाहों से अपने को नही बचा पाई। सागर पुलिस ने प्रकरण को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए त्वरित गति से प्रभावी कार्रवाई करते हुए बच्चे को दस्तयाब कर परिवार को सुपुर्द किया।
परिवार वालो ने खुश होकर सागर पुलिस को, मीडिया के सभी साथियों को तथा सभी सहयोगियों का बहुत-बहुत धन्यवाद दिया।
उपरोक्त सराहनीय कार्य हेतु पुलिस अधीक्षक सागर ने त्वरित कार्यवाही के लिए पुलिसकर्मियों को 10,000 रू का इनाम देने की घोषणा की है।
प्रकरण में पुलिस कंट्रोल रूम प्रभारी आरकेएस चौहान, कंट्रोल रूम से उप निरीक्षक सुधीर पाराशर, प्रधान आरक्षक आशीष दुबे, महिला आरक्षक हीरा प्रजापति, महिला आरक्षक ज्ञान ठाकुर, थाना गोपालगंज से प्रभारी आशीष कुमरे,सहायक उप निरीक्षक बलराम उपाध्याय महिला प्रधान शीला राज आरक्षक सोनू जाटव , चीता मोबाइल के आरक्षक पुष्पेंद्र सिंह ठाकुर, जवाहर ठाकुर ,विक्रम गुरु आरक्षक प्रदीप गोस्वामी,अनुराग वैध तथा अमन सरयाम का विशेष योगदान रहा।