लोकसभा चुनाव 2024
प्रत्याशी और खेमों में नजर आती भाजपा, पहले के मुकाबले काँग्रेस एकजुट दिख रही
गजेंद्र ठाकुर- 9302303212
सागर। सागर लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी लता वानखेड़े चुनावी मैदान में हैं, लंबे समय से श्रीमती वानखेड़े सक्रिय राजनीति से दूर रही हैं माने कोई इलेक्शन नही लड़ी वहीं प्रतिद्वंद्वी काँग्रेस प्रत्याशी चंद्रभूषण सिंह गुड्डू राजा कोई कसर नही छोड़ रहे हैं जनसंपर्क और प्रबंधन में।
उधर सत्ता में बेठे नेतागण भी खानापूर्ति करते नजर आ रहे हैं, नाम न बताने की शर्त पर एक भाजपा नेता ने बताया कि बहिन जी दिल्ली में बैठे नेताजी के मुखोटा पर चुनाव लड़ रही है जमीनी स्तर पर कोई प्रबंधन नही किया जा रहा ख़ास कर पार्टी फंड भी पता नही कहां जा रहा?
भाजपा के पास स्थानीय मुद्दे नही
लोकसभा चुनाव में देशव्यापी मुद्दे अधिक छाये रहते हैं पर स्थानीय मुद्दों को भी दरकिनार नही किया जा सकता, पत्रकारों द्वारा सत्ताधारी पार्टी के नेताओ और प्रत्याशी लता वानखेड़े से लगातार सवाल किये जा रहे हैं कि स्थानीय क्या एजेंडे है आपके जिसपर बगले झांकते नजर आ रहे हैं भाजपा के नेता और प्रत्याशी भी, वहीं काँग्रेस प्रत्याशी गुड्डू राजा ने पहले ही सागर के विषय में अनेक चर्चाएं कर रखी हैं बता दें गुड्डू राजा विधानसभा चुनावों में जिले की सभी विधानसभा में काफी सक्रिय नजर आए थे उसके बाद भी सागर से जुड़े रहे जिसके कारण पार्टी ने उनपर भरोसा जताते हुए लोकसभा का टिकट दिया सायद!
भाजपा में खेमेबाजी प्रत्याशी को पड़ सकती हैं भारी !
सागर जिले में भाजपा की खेमेबाजी किसी से छिपी नही हैं यहां वर्चस्व की लड़ाई में अनेक काम हो गए जो पार्टी हित में नही मालूम होते बीजेपी सागर में छोटे बड़े सब ख़ेमे नजर आते हैं वहीं कांग्रेस फिलहाल एकजुट दिखाई दें रही हैं।
भाजपा बनाम कांग्रेस, प्रत्याशी का चुनावी प्रबंधन
भाजपा से लोकसभा प्रत्याशी लता वानखेड़े का चुनावी प्रबंधन अब तक कमजोर नजर आया है उनके साथ औपचारिक ही नेतागण नजर आ रहे हैं, प्रत्याशी के पास स्वयं की टीम नदारद मालूम होती हैं जो बड़ा विषय हैं, लोग श्रीमती वानखेड़े से संपर्क करने और चर्चा करने उनके नजदीकी लोगो की तलाश कर रहे हैं पर सफल नही हो रहे, लोगो में चर्चा हैं कि अभी यह आलम हैं तो मानलो मेडम जीत गयी फिर क्या होगा, वहीं दूसरी ओर गुड्डू राजा ( कांग्रेस) नगर से लेकर ग्रामीण अंचलों में सहजता से लोगो को मिल जाते है उनसे सीधी बात हो जाती हैं तो वही वेहद सरल व्यक्ति के रूप में चंद्रभूषण सिंह की छबि उभरकर लोगो के सामने आई हैं, लोग स्थानीय मुद्दों पर अधिक फोकस रख रहे हैं देशव्यापी मुद्दे भी चर्चाओ में है, पर प्रत्याशी की सहजता और स्थानीय मुद्दे अधिक हावी रह सकते हैं इस बार चुनाव में।