सहोद्राराय शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में संचालित रेड-रिबिन क्लब के द्वारा सम्पादित की गयी विभिन्न गतिविधियाँ
सागर। सहोद्रा राय शासकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय सागर में संचालित रेड रिबन क्लब के अंतर्गत दिनांक 22.03.2024 को प्रथम सत्र में विभिन्न प्रतियोगिताओं (यथा निबंध लेखन , पोस्टर मेकिंग, स्लोगन राइटिंग, एवं क्विज कांटेस्ट) एवं द्वितीय सत्र में एच.आई.व्ही./ एड्स (रोकथाम एवं निवारण) विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एड्स जैसी गंभीर बीमारी के विषय में जन- जागरूकता फैलाने के साथ-साथ इससे बचाव एवं नियंत्रण के पहलुओं पर छात्र छात्राओं से परिचर्चा के माध्यम से संवाद करना था।
संस्था के छात्र – छात्राओं ने प्रतियोगिताओं में उत्साह पूर्वक हिस्सा लिया एवं अपनी प्रतिभा और रचनात्मकता के अनुसार प्रदर्शन किया। इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से महाविद्यालय के विधार्थियों, जो कि आज के युवा और कल के भारत वर्ष के भविष्य हैं, ने अत्यंत संवेदनशील माने जाने बाले एच.आई.व्ही. /एड्स जैसे शब्दों को ना केवल बेहतर ढंग से समझा, बल्कि इसे अपनी वास्तविक जानकारी और परिकल्पना के आधार पर निबंध, चित्रकारी और प्रश्नोत्तरि के माध्यम से व्यक्त किया। कार्यक्रम के दूसरे सत्र का शुभारम्भ संस्था प्राचार्य डॉ. बाय. पी. सिंह, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मयंक कुमार रुसिया और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं विषय विशेषज्ञ डॉ सुनीता यादव और श्री प्रदीप ताम्रकार की उपस्तिथि मे किया गया। संस्था प्राचार्य ने सर्व प्रथम आमंत्रित अतिथियों का स्वागत पौधा एवं रेड रिबिन के माध्यम से किया। प्राचार्य ने अपने उद्बोधन में रेड रिबिन के अर्थ एवं महत्व पर प्रकाश डाला, तथा इसके क्लब के अंतर्गत संचालित कार्यक्रमों जैसे ब्लड डोनेशन कैंप और एच.आई.व्ही. /एड्स जागरूकता कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया। प्राचार्य डॉ. सिंह ने बहुत जल्दी ही संस्था में रेड रिबिन क्लब के अंतर्गत ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित करने का अश्वाशन भी दिया। रेड रिबिन क्लब के प्रभारी अधिकारी और कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मयंक कुमार रुसिया ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से एच.आई.व्ही. और एड्स के मध्य अंतर स्पष्ट किया, साथ ही एच.आई.व्ही. पॉजिटिव से पूर्व-बचाव हेतु सावधानियाँ एवं पॉजिटिव होने पर एड्स से उपायों के बारे में जानकारी दी। इसके बाद रेड-रिबिन टीम मेंबर्स द्वारा उपस्थित सभी सभा सदस्यों को प्रतीकात्मक रूप में रेड रिबिन का बैज लगाया गया। मुख्य अतिथि सुनीता यादव, जो कि जिला चिकित्सालय में ICTS कॉउंसलर हैं, के द्वारा युवाओं के अधिकांशतः एच.आई.व्ही. पॉजिटिव होने के कारणों पर दृष्टांत उदाहरण के माध्यम से विद्यार्थियों से विस्तृत चर्चा की गयी। मुख्य अतिथि श्री प्रदीप ताम्रकार, जो कि बुंदेलखंड चिकित्सा महाविद्यालय में ICTS कॉउंसलर हैं, ने विधार्थियों को एक्विटी के माध्यम से यूनिटी का महत्व समझाया। उन्होंने बताया कि एच.आई.व्ही. पॉजिटिव होने के बाद अपनी इम्युनिटी को मजबूत रखते हुए भी उत्साह से जिंदगी को जिया जा सकता है | उन्होंने बताया कि समाज के लोगो में इस विषय में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में उपस्थित अन्य स्टाफ ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इसके बाद विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरुस्कार और प्रमाण पत्र एवं कार्यक्रम के सहयोगियों को प्रमाणपत्र, मुख्य अतिथियों एवं कार्यक्रम समन्व्यक के द्वारा वितरित किये गये। इस कार्यक्रम में समस्त विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण एवं रेड-रिबिन कार्यक्रम की पूरी टीम उपस्थित थी। कार्यक्रम में मंच संचालन श्रीमति राशि झुडेले ने किया, एवं आभार प्रदर्शन रेड रिबिन क्लब की सदस्या श्रीमति रितु ठाकुर ने किया।