जापानी इन्सेफलाइटिस (दिमागी बुखार) टीकाकरण के संबंध में पत्रकार वार्ता आयोजित

जापानी इन्सेफलाइटिस (दिमागी बुखार) टीकाकरण के संबंध में पत्रकार वार्ता आयोजित

सागर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ममता तिमोरी के निर्देशानुसार कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला सागर में जापानी इन्सेफलाइटिस (दिमागी बुखार) टीकाकरण के संबंध में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया । जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.एम.एल.जैन ने जापानी इन्सेफलाइटिस (दिमागी बुखार) के संबंध में बताया कि मध्य प्रदेश में 04 जिले इन्दौर, होशंगाबाद, भोपाल, सागर को जे.ई टीकाकरण हेतु चिन्हित किया है। विगत 6 वर्षो में सागर जिले में 06 बच्चे दिमागी बुखार से पीडित मिले थे। अधिकाशतः एक वर्ष से 15 वर्ष की आयुवर्ग के बच्चों में जापानी ईसेंफंलाइटिस की बीमारी होनी की संभावना सबसे अधिक होने कारण शासन के निर्देशानुसार सागर जिले में जापानी ईसेंफंलाइटिस टीकाकरण 27 फरवरी 2024 से प्रारंभ किया जा रहा है जापानी इन्सेफलाइटिस मच्छर जनित वायरस के कारण होने वाली बीमारी है। यह मूख्यतः क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलती है। संक्रमण से सिरदर्द या मेनिनजाइटिस (ब्रेन टिशू की सूजन) जैसी न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हो सकती हैं । अन्य लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, गले में अकड़न, कपकपी, उल्टी और संक्रमण हैं । जे.ई पीड़ित व्यक्ति को झटके आते हैं बीमारी बढ़ने पर लकवे/कोमा में जाने की संभावना बढ़ जाती हे। पीड़ित बच्चों की दिमागी स्थिति असामान्य रहती हैं। गंभीर मामलों में या अनुपचारित छोड़ दिए जाने पर जापानी इन्सेफेलाइटिस नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचाकर मृत्यु का कारण बन सकता है।

उल्लेखनीय है कि आगनंबाड़ी केन्द्रों में 1 से 6 साल के बच्चों का एवं शासकीय/प्राईवेट स्कूलों में 6 से 15 साल के बच्चों को जापानी इन्सेफलाइटिस का निःशुल्क टीका लगाया जायेगा।

इस अवसर पर डॉ.एम.एल.जैन ने पत्रकार बन्धुओं द्वारा पुछे गए प्रश्नों का जबाव देते हुये कहा कि पत्रकार बन्धुओं के सहयोग से आमजन तक जापानी इन्सेफलाइटिस (दिमागी बुखार) होने के कारण,लक्षण,बचाव की जानकारी पहुंच सकेगी एवं जन-समुदाय तक टीकाकरण के प्रति सकारात्मक वातावरण निर्मित हो सकेगा।

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