बैंक मैनेजर की पत्नी ने की आत्महत्या, सुबह फंदे में लटकती मिली लाश

बैंक मैनेजर की पत्नी ने की आत्महत्या, सुबह फंदे में लटकती मिली लाश

जबलपुर। विजय नगर मथुरा बिहार कालोनी में रहने वाली एक युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला का नाम शिवानी नामदेव है, जिसने कि 12 साल पहले विवेक श्रीवास्तव से लव मैरिज की थी। घटना के एक दिन पहले ही पति-पत्नी का जमकर विवाद हुआ था। शिवानी की विवेक से सिर्फ एक ही शिकायत थी कि वो बच्चों और पत्नी का समय नहीं देते हो, जिसको लेकर विवेक और शिवानी का अक्सर विवाद भी हुआ करता था। गुरुवार की रात को बैंक से विवेक घर पहुंचा तो शिवानी ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दो, शिवानी का कहना था कि सब कुछ नौकरी नहीं है, बच्चे भी है, पत्नी भी है। शिवानी ने कई बार विवेक से यह भी कहा कि जब लव मैरिज हुई है, तो आपको बच्चों और मुझे समय देना ही होगा।

पति-पत्नी का जमकर हुआ विवाद विजय नगर थाना प्रभारी प्रतीक्षा मार्कों ने बताया कि मथुरा बिहार में रहने वाले सेंट्रल बैंक में पदस्थ मैनेजर करीब तीन साल से जबलपुर में पदस्थ है। विवेक के साथ पत्नी शिवानी और दो बच्चे भी साथ में रहते में है। गुरुवार की रात जब विवेक घर पहुंचे तो शिवानी के साथ उनका विवाद हो गया। शिवानी का कहना था कि सुबह से शाम तक नौकरी करो पर बच्चों को भी समय दो, इसी बात को लेकर विवेक की शिवानी से बहस भी हुई। माता-पिता के बीच हो रहे विवाद को आठ साल का बेटा और दो साल की बेटी भी देख रही थी। विवेक और शिवानी की लड़ाई होती रही। इसके बाद शिवानी कमरे में चली गई, विवेक बच्चों के साथ अलग कमरे में सो गया।

सुबह फांसी पर लटकी मिली शिवानी विवेक नामदेव उत्तर प्रदेश महोबा के रहने वाला है, जिसने की पड़ोस के झांसी में रहने वाली शिवानी श्रीवास्तव से लव मैरिज की थी। 2009 में विवेक की शिवानी से मुलाकात हुई थी। दोनों की दोस्ती कुछ ही समय में प्यार में बदल गई।

अंतर कास्ट होने के बाद भी दोनों ने लव मैरिज कर ली। विवेक अच्छी जांब में था, परिवार वालों ने आपत्ति नहीं की। जानकारी के मुताबिक अक्सर विवेक बैंक से घर लेट आता था, जिसको लेकर पति-पत्नी में विवाद भी हुआ करता था। घटना वाले दिन भी विवेक लेट घर पहुंचा, जिसको लेकर शिवानी के साथ उसका विवाद हुआ।

बच्चो की थी परीक्षा- मां लटकी मिली फांसी पर

विवेक का आठ साल का बेटा, और दो साल की बेटी है। शुक्रवार को विवेक के बेटे का पेपर था। सुबह-सुबह आठ वर्षीय बालक सोकर उठा और तैयार होकर परीक्षा देने स्कूल चला गया, उसे जरा भी इल्म नहीं था कि घर पर कुछ अनहोनी घटना होने वाली है। शुक्रवार की सुबह जब शिवानी काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकली तो विवेक ने दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई। विवेक ने तुरंत जीजा संजय को इसकी जानकारी दी। संजय विवेक के घर पहुंचे और जैसे-तैसे दरवाजा खोला तो देखा कि शिवानी फांसी पर लटकी हुई है। संजय ने घटना की जानकारी विजय नगर थाना पुलिस को दी, जिसके बाद थाना प्रभारी सहित टीम मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल भेजा। शिवानी की मौत के बाद आठ साल के बेटे और दो साल की बेटी की रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने विवेक और शिवानी के परिजनों को सूचना दे दी है।

कमरे में मिला एक लेटर जानकारी के मुताबिक शिवानी ने जिस कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या की है, वहां पर एक सफेद पेपर में कुछ लिखा हुआ मिला है। हालांकि पुलिस का कहना है कि लेटर में क्या लिखा है, यह जांच का विषय है। शिवानी के द्रारा आत्महत्या करने को लेकर थाना प्रभारी प्रतीक्षा मार्को का कहना है कि लेटर में क्या लिखा है, इसकी जांच की जा रही है। मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। शनिवार की सुबह शिवानी के परिवार वाले यूपी से जबलपुर पहुंचे है, जिनके बयान दर्ज कर जांच की जा रही है।

विवेक घर में नहीं देते थे समय पुलिस के मुताबिक जबलपुर सेंट्रल बैंक में पदस्थ मैनेजर विवेक नामदेव करीब तीन साल पहले जबलपुर आए थे। विजय नगर थाना के मथुरा बिहार कालोनी में वह अपनी पत्नी शिवानी और दो बच्चों के साथ रह रहे थे। शुक्रवार की सुबह जब काफी देर तक शिवानी के कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो जीजा संजय को जानकारी दी गई थी। विवेक के जीजा संजय का कहना है कि अच्छा परिवार था, ना जाने क्यों शिवानी ने यह कदम उठाया, और आत्महत्या कर ली। संजय ने बताया कि गुरुवार रात को पति-पत्नी ने दोनों बच्चों को पढ़ाया, इसके बाद शिवानी दूसरे कमरे में चली गई थी। घटना के बाद मौके पर पहुंची थाना प्रभारी प्रतीक्षा मार्को का कहना है कि पुलिस हर स्तर से जांच कर रहीं है, जल्द ही शिवानी की मौत की वजह का खुलासा किया जाएगा।बेटे की थी परीक्षा विवेक के बेटे का शक्रवार को पेपर था। पलिस पूछताछ में अभी तक पता चला है कि शिवानी को

हमेशा से ही विवेक से शिकायत रहती थी कि वह नौकरी में ही सारा समय दिया करते हो, जबकि बच्चे राह देखते-देखते सो जाते है। गुरुवार की रात को भी बच्चो की पढ़ाई को लेकर शिवानी और विवेक का विवाद हुआ। विवेक दोनों बच्चो को रात 12 बजे तक पढ़ाते रहे, इस दौरान शिवानी भी वहीं बैठी रही। रात को विवेक नीचे हॉल में बच्चों के साथ रुक गए, जबकि शिवानी फ्सट फ्लोर वाले कमरे में चली गई। शुक्रवार को विवेक के बेटे की परीक्षा थी, विवेक को लगा शिवानी देर रात तक जागी है, इसलिए उसे परेशान न किए जाए। विवेक ने बेटे को तैयार किया और स्कूल भेज दिया। दोपहर तक जब शिवानी कमरे से बाहर नहीं निकली तो दरवाजा तोड़ा तो देखा कि शिवानी फंदे में लटकी हुई थी।

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