MP: बिना हेलमेट के शहर ने आने पर प्रतिबंध,पुलिस ने बनाए 4 जोन
जबलपुर। मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर शहर में अगर आप आ रहें है तो जरा सावधान रहिए क्योकि अगर आपने अपनी गाड़ी में सफर के दौरान सीट बेल्ट या फिर हेलमेट नहीं लगाया तो शहर में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। जबलपुर पुलिस ने शहर के चार स्थानों में ऐसे जोन बनाए है जहां कि गाड़ी में बगैर सीट बेल्ट लगाए या फिर हेलमेट के नहीं जाने दिया जाएगा। इस पहल के पीछे जबलपुर ट्रेफिक पुलिस का मुख्य उद्देश्य यह है कि यातायात के नियमों के प्रति लोग जागरूक हो और ट्रैफिक का पालन करें। जबलपुर शहर में अभी तक चार ऐसे जोन बनाए गए है जहां पर कि बिना हेलमेट के जाने नहीं दिया जाता है।
मेडिकल से त्रिपुरी चौक तक बना हेलमेट-सीटबेल्ट जोन
भोपाल और नागपुर तरफ से जबलपुर शहर में प्रवेश करने वालों के लिए मेडिकल चौक पर सीट बेल्ट- हेलमेट जोन बनाया गया है। इस जोन में बिना हेलमेट लगाए लोगों को प्रवेश नहीं दिया जाता है। ऐसे में लोगों को समझाया जाता है कि बिना हेलमेट के आने पर आपको पाटन बाईपास से जाना होगा, हालांकि पुलिस का कहना है कि अभी शुरुआती दौर में चालान नहीं किए जा रहें है पर लोगों को बिना हेलमेट या फिर सीट बेल्ट लगाए बिना जाने नहीं दिया जा रहा है। जबलपुर शहर का ये वो जोन है जहां पर कि शहर से बाहर रहने वालों के लिए आने का एकमात्र रास्ता है।
शहर में बने चार जोन
ट्रैफिक एएसपी प्रदीप शेंडे ने बताया कि हाईकोर्ट के लगातार निर्देश के बाद भी शहर के यातायात को दुरुस्त करने में हम नाकाम साबित हो रहे थे। गाड़ियां चलाने वालों को समझाकर देखा, चालान करके देखा पर लोग है कि हेलमेट या फिर सीट बेल्ट लगाने को तैयार ही नहीं, ऐसे में 1 जनवरी को शहर में पहला हेलमेट-सीटबेल्ट जोन सी.जे बंगले से इलाहाबाद चौक तक बनाया जो कि 9 दिन में ही सफल रहा। ट्रेफिक पुलिस की पहल को जनप्रतिनिधियों के साथ व्यापारी संघ ने भी सराहा। ट्रेफिक पुलिस ने भारत माता चौक से गणेश चौक, छोटी लाइन चौक से आजाद चौक और त्रिपुरी चौक से मेडिकल चौक तक भी हेलमेट-सीट बेल्ट जोन बनाया है।
चालान काटना नहीं जागरूक करना है उद्देश्य
एएसपी ट्रैफिक प्रदीप शेंडे ने बताया कि संभवत मध्यप्रदेश का जबलपुर पहला जिला है जहां पर कि इस तरह से यातायात के नियमों का लोगों का पालन करवाया जा रहा है। दैनिक भास्कर से बात करते हुए उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट के निर्देश पर लगातार हम कार्रवाई कर रहें है पर लोग है कि मानने को तैयार नहीं। बीते दो साल के भीतर 10 करोड़ रुपए का चालान काटा गया, इसके बाद भी लोग यातायात के प्रति जागरूक नहीं हुए, लिहाजा तय किया गया कि शहर के छोटे-छोटे हिस्सों को जोन में बदलकर हेलमेट और सीट बेल्ट के प्रति जागरूक किया जाएगा। एएसपी ने बताया कि ये प्रयोग हमारा काफी हद तक सफल हुआ है। अभी शहर के चार स्थानों में हेलमेट सीटबेल्ट जोन बनाया गया है, जिसे कि धीरे-धीरे पूरे शहर में लागू किया जाएगा।
रोजाना दर्जनों लोग होते है घायल
एएसपी प्रदीप शेंडे ने बताया कि शहर में रोजाना ही सड़क दुर्घटनाएं हो रही है जिसमें कि लोगों की जान माल का नुकसान भी हो रहा है। उन्हीं दुर्घटनाओं को देखते हुए गाड़ी चलाने वालों की सुरक्षा को देखते हुए जबलपुर पुलिस के द्वारा यह कदम उठाए गए है। जिसका कि काफी सकारात्मक रूप भी देखने को मिल रहा है। एएसपी का कहना है कि आने वाले दिनों में अब मालवीय चौक से लार्डगंज चौक और तीन पत्ती से मालवीय चौक तक भी हेलमेट जोन बनाए जाएंगे।