संभाग स्तरीय टॉस्क फोर्स समिति की बैठक संपन्न
सागर। वन क्षेत्रों में अवैध कटाई, अवैध उत्खनन एवं वन भूमि पर अतिक्रमण की प्रभावी रोकथाम के लिये जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित टास्क फोर्स की गतिविधियों की त्रैमासिक समीक्षा के लिये संभागीय आयुक्त डा. वीरेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में आज संभाग स्तरीय टॉस्क फोर्स समिति की बैठक आयोजित की गई। जिसमें वन वृत्त सागर के मुख्य वन संरक्षक, कलेक्टर दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी एवं वन वृत्त सागर / छतरपुर के समस्त वनमंडल अधिकारियों सहित सागर जिले के खनिज अधिकारी उपस्थित रहे। समिति के सचिव एवं मुख्य वन संरक्षक, सागर द्वारा अवगत कराया गया कि मप्र शासन वन विभाग की अधिसूचना के अनुसार जिले के नौरादेही (वन्य प्राणी) अभ्यारण्य एवं दमोह जिले के वीरांगना दुर्गावती अभ्यारण्य को मिलाकर वीरांगना दुर्गावती टाईगर रिजर्व, सागर के कोर क्षेत्र के रूप में घोषित किया गया है। यह क्षेत्रफल की दृष्टि से प्रदेश का सबसे बड़ा टाईगर रिजर्व होगा। उपस्थित सभी अधिकारियों द्वारा शासन के इस निर्णय का स्वागत किया गया । संभाग स्तरीय टॉस्क फोर्स समिति की विगत बैठक पर पालन प्रतिवेदन की समीक्षा की गई। बैठक में निर्देश दिये गये कि वन क्षेत्रों / राजस्व क्षेत्रों में विद्युत ट्रेपिंग द्वारा वन्य प्राणियों के अवैध शिकार की रोकथाम हेतु जिला स्तरीय टॉस्क फोर्स की बैठकों में विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ नियमित मॉनीटरिंग की जाये। वनमंडल नौरादेही (वन्य प्राणी), सागर में ग्रामों के विस्थापन हेतु आवश्यक राशि के प्रस्ताव संभागायुक्त के माध्यम से शासन को प्रेषित किये जायें। वन्य प्राणियों के अवैध शिकार में लिप्त गिरोहों को पकड़ने में स्थानीय पुलिस का सहयोग लिया जाये एवं मुखबिर तंत्र विकसित किया जाये। वन अधिकार अधिनियम के अंतर्गत जिन हितग्राहियों को वन अधिकार पत्र वितरित किये गये हैं, वे किसी भी तरह से वन भूमि पर अतिरिक्त विस्तार न करें यह सुनिश्चित किया जाये। ऐसे हितग्राहियों को निर्माण हेतु बैंक से ऋण स्वीकृत न हो, यह सुनिश्चित किया जाये। वन अधिकार अधिनियम के अंतर्गत वर्तमान में प्रचलित पोर्टल में ऑनलाइन फीडिंग होने पर वन अधिकार पत्र प्राप्त हितग्राहियों को शासन के लाभ प्राप्त नहीं हो पाते, अतः इस संबंध में वास्तविकता से अवगत कराने हेतु संभागायुक्त के माध्यम से शासन को पत्र भेजा जाये । वीरांगना दुर्गावती टाईगर रिजर्व, घोषित होने पर पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा. अतः राजस्व क्षेत्र में म.प्र. पर्यटन विभाग के माध्यम से इन्टरपिटेशन सेंटर के निर्माण हेतु उपयुक्त स्थल का चयन कर कलेक्टर को अवगत कराया जाये। वन व्यवस्थापन की कार्यवाही में प्रगति लाये जाने हेतु वन विभाग के उप वनमंडल अधिकारी / परिक्षेत्र अधिकारी संबंधित अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के संपर्क में रहें एवं समन्वय करते हुये इसमें प्रगति लायें।