ड्यूटी से लौट रहे पुलिस कर्मियों की कार डंपर से टकराई,3 की मौत, दो गंभीर
खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन में शनिवार तड़के दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें तीन पुलिसकर्मियों की मौके पर ही मौत हो गई। दो पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हैं। यह सभी शुक्रवार को खरगोन में निकले शिव डोले से ड्यूटी कर अपने निजी वाहन से सनावद लौट रहे थे। इस दौरान उनकी कार पेट्रोल पम्प के सामने खड़े डंपर से टकरा गई। गंभीर रूप से घायल दोनों पुलिसकर्मियों को इंदौर रैफर कर दिया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। खरगोन के सनावद थाना अंतर्गत ग्राम बडूद के एस्सार पेट्रोल पंप के पास शनिवार सुबह दर्दनाक हादसे में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई।
खरगोन में शुक्रवार को निकले महाधिष्ठा सिद्धेश्वर महादेव के डोले से ड्यूटी कर तड़के करीब तीन बजे सभी पुलिसकर्मी अल्टो कार क्रमांक एमपी-10-CA 6548 से निकले थे। दुर्घटनाग्रस्त कार को एसआई विमल तिवारी चला रहे थे। उनके पास एसआई रमेश भास्कर, पीछे आरक्मषक नोज कुमावत, कोमल सिंह दांगोडे और रघुवीर रावत बैठे हुए थे। सुबह करीब 4:33 बजे बडूद के पास एस्सार पेट्रोल पंप के सामने खड़े राखड़ से भरे डंपर को पीछे से अल्टो कार ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि पांचों सवारो में से तीन की मौके पर ही मौत हो गई। दो गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के 20 मिनट बाद वहां से गुजर रहे एक दूध वाले ने घायलों को कार में फंसा देखा। बडूद से कुछ लोगों को मदद के लिए बुलाया गया। करीब पांच बजे पेट्रोल पंप के मालिक को भी फोन लगाया और एंबुलेंस को सूचना दी गई। घायल और मृतकों को एंबुलेंस ने दो बार में सिविल अस्पताल पहुंचाया।
घायलो को तत्काल मोरी अस्पताल ले गए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें इंदौर के मेदांता अस्पताल भेज दिया गया। मृतकों में एसआई विमल कुमार तिवारी, एसआई रमेश भास्करे और आरक्षक मनोज कुमावत शामिल हैं। घायलों में कोमल सिंह दांगोडे और रघुवीर सिंह रावत का इलाज इंदौर में चल रहा है। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी धर्मवीर सिंह भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने रास्ते में दुर्घटनाग्रस्त कार का निरीक्षण भी किया। सिविल अस्पताल पहुंचे। एसपी ने मृतकों के शवों को देखा। पोस्टमॉर्टम के बाद अंतिम संस्कार की तैयारी के निर्देश दिए। सनावद थाना के टीआई निर्मल कुमार श्रीवास ने बताया कि मृतक विमल तिवारी इंदौर के रहने वाले थे। मृतक रमेश भास्करे बुरहानपुर एवं आरक्षक मनोज कुमावत सिमरोल (इंदौर) के रहने वाले थे।