हमारे पहले मार्गदर्शक माता-पिता ही होते हैं, हम मनुष्यों को चाहिए की माता-पिता की सेवा करें- केशव महाराज

हमारे पहले मार्गदर्शक माता-पिता ही होते हैं, हम मनुष्यों को चाहिए की माता-पिता की सेवा करें- केशव महाराज

ईश्वर के दिए हुए अनमोल उपहार है हमारे माता-पिता- केशव महाराज 

सागर। पवित्र श्रावण माह के पावन शुभ अवसर पर साहब सिंह ठाकुर के निवास ग्राम केरबना में हो रहे तीन दिवसीय श्री शिव महापुराण सत्संग एवं अशंख्य पार्थिव शिवलिंग निर्माण के तृतीय दिवस की पावन श्रृंखला में प्रातः से ही पार्थिव शिवलिंग निर्माण करने वाले भक्तों का ताता लगा रहा। पूरा प्रांगण शिव भक्तों से खचाखच भर गया, असंख्य पार्थिव शिवलिंगों का निर्माण दोपहर 12 बजे तक चलता रहा, प्रधान यजमान वीरेंद्र सिंह एवं राज बहादुर सिंह ने बताया कि परम श्रद्धेय केशव गिरी महाराज ने श्री शिव महापुराण की कथा सुनाते कहा कि प्रात काल उठके रघुनाथा मात-पिता गुरु नवाहि माथाजब से इस धरती पर हमारा अस्तित्व शुरू होता हैं, उससे पूर्व नौ माह तक माँ हमें अपने गर्भ में रखती हैं पोषण देती हैं तथा पाल पोषकर बड़ा करती हैं, केवल माँ बाप ही बिना किसी पूर्व शर्त के हमारी देखभाल करते है तथा खुद हजारों कष्ट सहनकर भी हमें पैरों पर खड़ा होने के लायक बनाते हैं, हमारा भी उनके प्रति दायित्व हैं कि हम अपने माता-पिता का सम्मान करें उनकी पूरी देख रेख करें,माँ को ममता और प्यार की प्रतिमूर्ति कहा जाता हैं, माँ की गोदी में बालक स्वयं को सबसे अधिक सुरक्षित और गौरवशाली महसूस करता हैं, हमारे माता-पिता सदैव हमारी सफलता और सम्रद्धि की कामना करते हैं। हमारी ख़ुशी और सफलता में ही उनकी ख़ुशी दिखती हैं।

अपने जीवन के सर्वोच्च सुखो का बलिदान देकर यहाँ तक कि स्वयं भूखे पेट सोकर माँ बाप अपनी सन्तान का पालन पोषण करते हैं।इस अवसर पर मुख्य रूप से क्षेत्रीय विधायक प्रदीप लारिया, सुरेंद्र सुहाने, पं राजा रिछारिया, निकेश गुप्ता ,दीपेश ठाकुर, अभिषेक गौर, पंडित आशीष शर्मा सत्यम वशिष्ठ एवं मंच संचालन करने में शिवानंद शास्त्री महाराज उपस्थित रहे, आभार उप सरपंच देवेंद्र सिंह ठाकुर ने व्यक्त।

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