MP में महिला ने बॉयफ्रेंड से करवाया अपने ही पति का कत्ल : बोरी में डालकर शव को नाले में फेंका !

MP में महिला ने बॉयफ्रेंड से करवाया अपने ही पति का कत्ल : बोरी में डालकर शव को नाले में फेंका

खंडवा। एक महिला ने प्यार के खातिर अपना सुहाग उजाड़ डाला। उसने प्रेमी की मदद से पति का मर्डर करवाया। शव ठिकाने लगाने के लिए प्रेमी को बोरी, रस्सी और चादर भी दी। प्रेमी ने भी अनजान बनकर खुद ही पुलिस और गांववालों को नाले में शव पड़ा होने की जानकारी दी। उसने पंचनामा पर दस्तखत भी किए। दो दिन तक पुलिस के साथ भी रहा ।

जांच के दौरान कॉल डिटेल में दोनों की लव स्टोरी का खुलासा हो गया। प्रेमी सुनील भिलाला और महिला अनीताबाई के बीच एक महीने में 400 कॉल किए गए थे। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पूछताछ में आरोपी ने जो कहानी बताई, उसे जानकर पुलिस भी हैरान रह गई।

मामला खंडवा के जावर थाना क्षेत्र का है। यहां केसून गांव के जंगल में 31 जुलाई को गांव के ही रहने वाले रमेश (29) पिता निहाल सिंह का शव मिला था। गुरुवार को पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर का खुलासा कर दिया। आरोपी सुनील भिलाला शादीशुदा है। उसके तीन बच्चे भी है। सुनील ने पुलिस को बताया- ‘मैं केसून गांव का रहने वाला हूं। मेरे घर से करीब 200 मीटर दूर रमेश परिवार समेत रहता था। रमेश और उसकी पत्नी अनीताबाई मजदूरी करते थे। करीब डेढ़ साल पहले जहां मैं काम करता था, वहीं अनीताबाई भी काम करती थी। यही हम दोनो की पहचान हुई। मैंने अनीता को प्रपोज कर दिया। बातचीत होने लगी। मैंने उसे मोबाइल भी लाकर दिया। दोनों के बीच घंटों तक बात होती रहती। हम छुप-छुपकर मिलते रहे।जब भी रमेश काम पर जाता, मैं अनीता के घर चला जाता। ये सिलसिला करीब डेढ़ साल तक चला। दोनों शादी करना चाहते थे। कुछ दिन पहले ही हमारे प्यार की खबर रमेश को लग गई। रमेश ने अनीताबाई से झगड़ा किया। यह बात अनीता ने मुझे बताई। फिर हमने रमेश को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली। आमतौर पर रमेश केसून बैडी के रास्ते आता-जाता था। 28 जुलाई को इसी रास्ते पर मैंने कुल्हाड़ी छिपा दी। करीब 9.30 बजे से 10 बजे के बीच रमेश बाइक से आया। मैंने उसे लिफ्ट लेने के बहाने रोका। कुछ देर उसे बातों में उलझाए रखा। जब वह घर जाने के लिए बाइक स्टार्ट करने लगा, तभी कुल्हाड़ी से रमेश के दोनों तरफ गले पर वार कर दिया। लहूलुहान हालत में रमेश वहीं गिर गया। थोड़ी देर बाद उसकी मौत हो गई। शव को कंधे पर उठाया और करीब 150 मीटर दूर ले जाकर पलाश के झाड़ के पास छिपा दिया। फिर रमेश के घर पहुंचा। उसकी पत्नी अनीता ने रस्सी, टाट का बोरा और चादर दी। मैंने रमेश के शव को चादर, टाट बोरे में लपेटा।

बाइक पर शव रखकर रस्सी से बांधा। इसके बाद केसून जंगल में ले जाकर घटिया नाले के किनारे झाड़ियों में शव फेंक दिया। सालई नाला के पास पानी से बाइक धोयी । रमेश का मोबाइल, टिफिन और चाबी नाले में फेंक दी। बाइक भी वहीं पर खड़ी कर दी। इसके बाद वापस घर चला गया। 30 जुलाई को वहां फिर पहुंचा। रात में लाश उठाकर केसून के जंगल में सालई नाले में फेंक दिया।

31 जुलाई को सुनील ने खुद ही गांववालों को लाश मिलने की जानकारी दी। पुलिस को भी सूचना दी। पुलिस ने केस दर्ज कर पंचनामा बनाया। इस पंचनामे पर भी सुनील ने हस्ताक्षर किए। इसके बाद दो दिन तक कार्रवाई के दौरान पुलिस के साथ घूमता रहा। हालांकि, परिवारवालों ने बयानों में बताया था कि रमेश की किसी से दुश्मनी नहीं थी। पुलिस ने हर एंगल पर जांच शुरू की। रमेश की लाश सड़ी-गली हालत में मिली थी। वह पहचान में नहीं आ रही थी। एक ही बार में सुनील ने लाश को पहचान लिया। पुलिस द्वारा बनाए गए पंचनामे पर भी सुनील ने ही दस्तखत किए। यही नहीं, दो दिन तक जांच के दौरान पुलिस के साथ घूमता रहा। होशियारी दिखाते हुए पुलिस को घटना के बारे में जानकारी देने लगा। इसी पर पुलिस को शक हो गया।

पुलिस ने सुनील पर नजर रखी। उसके मोबाइल की कॉल डिटेल भी निकाली। इसमें खुलासा हुआ कि सुनील और रमेश की पत्नी अनीताबाई के बीच एक महीने में 400 कॉल किए गए थे। पुलिस का शक यकीन में बदल गया। पुलिस ने सुनील को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले तो वह बरगलाने लगा, जब कॉल डिटेल दिखाई, तो सच्चाई बता दी। इसके बाद पुलिस ने अनीताबाई को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने सुनील का क्राइम रिकॉर्ड खंगाला। पता चला कि साल 2017 में भी हत्या के मामले में वह आरोपी रह चुका है पुलिस ने सुनील के पिता को थाने बुलाया। फिर सुनील से पूरी घटना का नाट्य रूपांतरण करने के लिए कहा। सुनील ने भी पूरी घटना ज्यों की त्यों दोहरा दी। पुलिस ने गुरुवार को अनीता को जेल भेज दिया। इसके बाद सुनील को एक दिन की रिमांड पर लिया। दूसरे दिन सुनील को घटनास्थल पर ले गए। यहां नाले में सर्चिंग कराई, तो कुछ सामग्री मिल गई। शुक्रवार को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।

रमेश और अनीता की दो बेटे हैं। एक की उम्र 7 तो दूसरे की 3 साल है। पिता रमेश की हत्या हो चुकी है। मां अनीता जेल में है। दोनों मासूमों की परवरिश की जिम्मेदारी दादी-दादी पर होगी। इधर, सुनील भी शादीशुदा है। दोनों के बीच विवाद के बाद सुनील की पत्नी उसे छोड़कर मायके चली गई। सुनील के तीन बच्चे उसके साथ रहते हैं। इनकी परवरिश भी अब दादा-दादी के जिम्मे रहेगी।

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