भोपाल : एयरपोर्ट के पास मदुरई (तमिलनाडु) के व्यापारी से लूट मामले में ताजा खुलासा हुआ है। हरियाणा के पेशेवर गैंग ने पैसे देकर व्यापारी के साथ लूट की वारदात करवाई थी। गैंग ने भोपाल के भाड़े के बदमाशों को पैसे देकर व्यापारी का अपहरण कराया और जबरदस्ती उसके बैंक खाते से लगभग 21 लाख ट्रांसफर करवा लिए थे। एमपी पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर लूट की वारदात को अंजाम देने वाले तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
गुरुवार को मदुरई के व्यापारी, 39 वर्षीय सतीश कुमार ने अपने साथ हुई लूट की शिकायत क्राइम ब्रांच थाने में दर्ज कराई थी। इसके बाद डीसीपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान के नेतृत्व में लूट की गुत्थी सुलझाने के लिए विशेष टीम बनाई थी। इसमें इंस्पेक्टर अनूप कुमार उइके, एसआइ घनश्याम दांगी, सुनील भदौरिया एवं प्रमोद शर्मा को शामिल किया गया था। जांच के दौरान घटनास्थल से बदमाशों के भागने के मार्गों पर लगे सीसीटीवी के फुटेज खंगालने पर संदिग्ध आरोपितों का सुराग मिल गया था। 24 घंटे के अंदर क्राइम ब्रांच ने पैसे लेकर लूट की वारदात को अंजाम देने वाले तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। उनकी पहचान परेवाखेड़ा, ईंटखेड़ी निवासी हमीद उर्फ बंटी, ईंटखेड़ी निवासी सद्दाम अली एवं शमशाबाद निवासी रामसिंह मीणा के रूप में हुई। वारदात के दौरान दो बदमाश हरियाणा में बैठकर इन लोगों को दिशा निर्देश दे रहे थे। उनकी तलाश की जा रही है।
मदुरई के बी सतीश पुत्र टी बिरैया प्लास्टिक मैटेरियल के व्यापारी हैं। उनका व्यापार अन्य राज्यों से भी चलता है। कुछ दिन पहले उनके पास 9127464109 नंबर से काल आई, जिसमें जालसाज ने खुद को भोपाल का प्लास्टिक व्यापारी बताते हुए अपने पास 25 टन माल होने की बात कही। उसे 70 रुपये किलो के हिसाब से बेचने की बात कही। इसके बाद जालसाज ने कहा कि फोटो भेज देते हैं तो व्यापारी ने भोपाल आकर सौदा करने को बोला। 23 जून को सतीश फ्लाइट से भोपाल पहुंचे तो जालसाज ने संत आशाराम तिराहा, गांधीनगर आने को कहा, जहां उसके तीन साथी पहले से मौजूद थे। तीनों ने व्यापारी को कार में बैठाया और उसे ग्वालियर हाईवे पर लेकर निकल गए। हाईवे पर पहुंचने पर उन्होंने पिस्टल लगा दी और पैसा मांगने लगे। व्यापारी ने मना किया तो मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद उसके पास रखे 40 हजार नगद और 21 लाख आनलाइन ट्रांसफर करवा लिया। बाद में सतीश को इंदौर-ग्वालियर हाईवे पर छोड़कर फरार हो गए थे। पुलिस के मुताबिक लूट की वारदात को अंजाम देने के एवज में हरियाणा के गिरोह ने इन बदमाशों को पांच लाख 50 हजार रुपये दिए थे।