राष्ट्रीय शिक्षा नीति स्वतंत्र भारत की आत्म प्रतिमा का तार्किक एवं व्यवस्थित स्वरुप है- कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता
सागर। डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सफलतम क्रियान्वयन के सोपान विषय पर आयोजित प्रेस वार्ता में संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 स्वतंत्र भारत की आत्म प्रतिमा का तार्किक एवं व्यवस्थित स्वरुप है. इस नीति ने स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक सबको एक सूत्र में जोड़ दिया है. जिसके माध्यम से पूरी भारतीय शिक्षा प्रणाली एक दूसरे की समर्थ विकास और व्याख्या बनती जा रही है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारतीय गुरुकुल शिक्षा प्रणाली का अधुनातन रूप है. हमारा विश्वविद्यालय NEP2020 के सफल क्रियान्वयन में अपनी अग्रणी एवं व्यावहारिक भूमिका के साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान स्थापित कर रहा है. नीति के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुये अकादमिक सत्र 2022-23 से पाठ्य- संरचना एवं उसके अनुकूल विभिन्न आयामों की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं। एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट प्रणाली विश्वविद्यालय में लागू किया जा चुका है. हम अपने विद्यार्थियों को उनकी उपाधि के साथ ही कौशल, चरित्र और आत्मविश्वास भी दे रहे हैं जिसका हमें परम संतोष है. उन्होंने बताया कि जुलाई के आख़िरी सप्ताह में नई दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित होने वाले अखिल भारतीय शिक्षा समागम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की अबतक की समस्त उपलब्धियों और भविष्य की संभावनाओं पर गहन विचार विमर्श होना है जिसमें हमारे विश्वविद्यालय की भी सहभागिता रहेगी.
स्कूल शिक्षा के सहायक निदेशक डॉ आशुतोष गोस्वामी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के पहले ड्राफ्ट से ही हम काम कर रहे हैं. उनमें से कई सारे कार्यक्रम तो विश्वविद्यालय स्थित शिक्षण अधिगम केंद्र के साथ आयोजित किये गये. स्कूली शिक्षा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रस्तावों की अनुपालना में नर्सरी से लेकर 12वीं तक के अध्ययन को एक नई संरचना में संचालित किया जा रहा है. विशेष तौर पर इसके सी एम राइज और ई एफ ए स्कूलों में इसके लिए व्यवस्था की जा रही है. शिक्षक विद्यार्थी अनुपात को आदर्श स्थिति में लाने के साथ ही पाठ्येतर गतिविधियों जैसे खेल कूद आदि के लिए नोडल सेंटर स्थापित किये गये.
महाविद्यालयीन प्रतिनिधि डॉ. राजू टंडन ने कहा कि विश्वविद्यालय से सम्बद्ध होने के कारण हमारे महाविद्यालय ने NEP 2020 को अकादमिक सत्र 2022 से लागू कर लिया है. इस नीति के तहत हमारा महाविद्यालय एवं अन्य सम्बद्ध महाविद्यालय नीति के समस्त प्रावधानों को चरणबद्ध तरीके से सफलतापूर्वक क्रियान्वयन कर रहे हैं. अभी पहले समेस्टर की परीक्षा भी संपन्न हुई है. हमारा पूर्ण विश्वास है कि यह नीति एक बेहतर भविष्य के लिए एक समर्थ विद्यार्थी के निर्माण में परम सहयोगी होगी.
शीतल स्किल सेंटर के मधुर जैन ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की महती संकल्पना कौशल विकास को जमीन पर सफलतापूर्वक उतारने के लिए हमारी संस्था बच्चों को चयनित करती है और फिर एक व्यस्थित काउंसिलिंग के माध्यम से उनकी रूचि और हुनर की पहचान करती है. फिर जरूरी प्रशिक्षण के बाद उन्हें प्रमाण पत्र दिया जाता है. प्रशिक्षित विद्यार्थियों को उनके कौशल के अनुरूप रोजगार उपलब्ध कराने में संस्था लगातार सफलतापूर्वक कार्य कर रही है.
विवि के मानव संसाधन विकास केंद्र के निदेशक प्रो. आर टी बेदरे ने कहा कि केंद्र द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 के विभिन्न आयामों पर आधारित 16 बेबीनार आयोजित किए जा चुके हैं , जिनमें अब तक देशभर के 4905 प्रतिभागी सम्मिलित हुये हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का एक प्रमुख घटक अध्यापक शिक्षा है जिसके क्षेत्र में हमारा विश्वविद्यालय उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल कर रहा है.
विश्वविद्यालय के शोध एवं विकास के निदेशक प्रो. हेरेल थॉमस ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रमुख उद्देश्यों में देशज ज्ञान को बढ़ावा देना और भारतीय ज्ञान परंपरा को विभिन्न पाठ्यक्रमों में शामिल करना भी है. इसके साथ ही बहु अनुशासनिक और अंतर अनुशासनिक शोध को बढ़ावा देने का कार्य भी किया जाना नीति के प्रमुख उद्देश्यों में है. विश्वविद्यालय ने इस दिशा में कई आयामों में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा है.
कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय के डॉ. राणा कुंजर सिंह ने बताया कि मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप व्यापक विचार विमर्श के उपरान्त अपनी पाठ्यचर्या तैयार कर लागू कर लिया है. इस क्रम में हमारे महाविद्यालय द्वारा व्यक्तित्व निर्माण, आर्गेनिक फार्मिंग, टूरिज्म मैनेजमेंट जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों को संचालित किया जा रहा है. साथ ही मेंटरशिप और इंडक्शन प्रोग्राम द्वारा विद्यार्थियों को NEP के उद्देश्यों से जोड़ा जा रहा है. हिन्दी विभाग द्वारा भारतीय ज्ञान परम्परा: विविध आयाम नामक पन्दरह दिवसीय प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया.
केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक 4 के अध्यापक मनोज नेमा ने कहा कि हमारे विद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सभी प्रावधानों को चरणबद्ध ढंग से लागू किया जा रहा है. सागर के केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक 3 में इस वर्ष से बाल वाटिका भी प्रारम्भ हो रहा है.हमारा विद्यालय दीक्षा पोर्टल, निपुण कार्यक्रम के साथ ही कौशल विकास के सभी अनुशंसाओं का भलीभांति क्रियान्वयन कर रहा है।
कार्यक्रम में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सफलतम क्रियान्वयन के सोपान’ प्रतिवेदन का विमोचन कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता के द्वारा किया गया. कार्यक्रम में स्वागत भाषण प्रो. नवीन कानगो ने दिया. संचालन मीडिया अधिकारी डॉ. विवेक जायसवाल ने किया. आभार डॉ. आशुतोष ने ज्ञापित किया. इस अवसर पर प्रो. उमेश पाटिल, डॉ. पंकज तिवारी, डॉ. राकेश सोनी, डॉ. धर्मेन्द्र सर्राफ, समर्थ दीक्षित और सागर शहर से पधारे गणमान्य पत्रकार बंधु मौजूद रहे।