SAGAR : विश्व पर्यावरण दिवस का कार्यक्रम नगरनिगम सभाकक्ष में हुआ सम्पन्न

विश्व पर्यावरण दिवस का कार्यक्रम नगरनिगम सभाकक्ष में हुआ सम्पन्न

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने सागर स्मार्ट सिटी सहित मध्य प्रदेश के 7 स्मार्ट शहरों के क्लाइमेट एक्शन प्लान पुस्तक का विमोचन व ई-लॉन्च किया

 

5 जून 2023 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान द्वारा रविन्द्र भवन भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम यूथ-फार-लाईफ का शुभारंभ किया गया। जिसका सीधा प्रसारण निगम सभाकक्ष में महापौर  संगीता तिवारी, निगमाध्यक्ष  वृन्दावन अहिवार, महापौर प्रतिनिधि  सुशील तिवारी, निगमायुक्त  चंद्र शेखर शुक्ला सहित निगम पार्षदों एवं निगम अधिकारियों कर्मचारियों ने देखा एवं सुना। इस अवसर पर मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में डब्ल्यूआरआई इंडिया एवं पर्यावरण विभाग, मध्य प्रदेश सरकार के सहयोग से पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) द्वारा तैयार किए गए सागर स्मार्ट सिटी सहित मध्य प्रदेश के 7 स्मार्ट शहरों के क्लाइमेट एक्शन प्लान पुस्तक का विमोचन व वन क्लिक माध्यम से ई-लॉन्च किया।

शासन के निर्देशानुसार सागर में स्थानीय स्तर पर सागर सिटी क्लाइमेट एक्शन प्लान शुरू करने के लिए ‘‘एडवांसिग सिटी क्लाइमेट एक्षन इन मध्यप्रदेश-ट्रांसफार्मिंग सागर इनटू ए लो कार्बन एंड क्लाइमेट रेसीलिएंट सिटी‘‘ नामक पुस्तक का विमोचन सागर महापौर एवं नगर निगम आयुक्त ने निगम अध्यक्ष, महापौर प्रतिनिधि, एमआईसी व परिसद सदस्यों सहित अन्य की उपस्थिति में किया।

इस मौके पर महापौर  संगीता सुशील तिवारी ने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण करना आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है, जिसकी जिम्मेवारी हम सबकी है, क्योंकि पर्यावरण को जितना नुकसान जंगलों के कटने से हुआ है उससे ज्यादा कहीं नुकसान वर्तमान में बढते प्रदूषण और सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रचलन से हो रहा है। इसलिये हम सबकों इसके प्रति जागरूकता लाना बहुत जरूरी है और सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग ना करने के प्रति संकल्प लेना चाहिये। उन्होने कहा कि जिला प्रशासन एवं नगर निगम द्वारा सागर शहर को स्वच्छ रखने एवं पर्यावरण की दिशा में डेयरी विस्थापन का कार्य किया जा रहा है जो शहर विकास स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से ऐतिहासिक कदम है ।

महापौर प्रतिनिधि सुशील तिवारी ने कहा की हमारे पूर्वजों द्वारा दी गई समृद्व प्रकृति को मानव ने समय के साथ आधुनिकता के नाम पर विनाश की ओर धकेला है। इसका ही परिणाम हैं की ग्रीष्मकाल में भी हमारे यहां वारिश हो रही है। यदि अब भी हमने प्रकृति व पर्यावरण का संरक्षण न किया तो भीषण विनाश के परिणाम देखने मिलेंगे। करोड़ो की आबादी वाले हम सभी एक-एक पेड़ लगाए तो करोड़ों पेड़ लगेंगे और इससे हम अपना नैतिक दायित्व निभाते हुए पर्यावरण का संरक्षण कर सकते हैं।

उन्होने कहा कि नगरीय विकास एवं आवास मंत्री  भूपेन्द्र सिंह की मंशानुसार नगर निगम सागर को प्रथम चरण में 50 एकड़ भूमि में वृक्ष लगाकर पितृवाटिका के रूप में विकसित किया जायेगा जिसका कार्य शीघ्र प्रारंभ होना है इस वन में कोई भी नागरिक अपने पूर्वजों की याद में वृक्ष लगाये और उनकी देखभाल करें ताकि उनके बड़े होने पर उनकी छाया में बैठककर अपने पूर्वजों का आषीर्वाद प्राप्त करें और द्वितीय चरण में डेरी विस्थापन और पशुविचरण मुक्त सागर हो जाने से भी शहर में लगे पेड़ो की रक्षा होगी। आवारा पशुओं से ज़ब पौधों को नुकसान नहीं पहुँचेगा तो तेजी से वृक्ष बढ़ेगे और पर्यावरण का संरक्षण होगा। उन्होंने कहा की प्रत्येक माताएं अपने बच्चों को बचपन से ही पौधों से लगाव करना सिखाएं, उन्हें पोधों के महत्व से अवगत कराएं इसके भी सकारात्मक परिणाम देखने मिलेंगे।

निगमायुक्त  चंद्र शेखर शुक्ला ने केदारनाथ त्रासदी का उदाहरण देते हुए कहा की प्रकृति के साथ जब जब मानव ने छेड़-छाड़ की है तब-तब उसके दुस्परिणाम हमें देखने मिले हैं। प्रकृति को हम अपने हिसाब से मोड़ना चाहते हैं और प्रकृति इसका विरोध करती है जिसके परिणाम स्वरूप आपदा आती है। हमारा सागर चारों ओर घने पेड़ों वाले इलाकों से घिरा है जिसके सकारात्मक परिणाम हैं की यहां पानी हमेशा गिरता है। हम वनो का संरक्षण करें, प्रकृति का संरक्षण करें। वन्य जीव जो पर्यावरण के साथी थे और पर्यावरण संरक्षण में अपना सहयोग देते थे आज वनों को समाप्त कर हम मानवों ने उनके प्रकृतिक आवास हमनें मिटा दिए जिसके परिणाम स्वरूप हजारों एकड़ जमीन बंजर हो चुकी है। पर्यावरण के लिए हमें जागरूक होकर कार्य करना होगा। अपने घरों, खेतों पर पेड़ लगाए कम से कम 3-4 साल तक उसकी देखरेख करें वह वृक्ष बन जायेगा तो कई प्रकार के लाभ देगा। आज प्रदूषण की बजह से हम मानव दमा आदि विभिन्न बीमारियों से जल्दी ग्रस्त हो जाते हैं हमारा इम्युन सिस्टम कमजोर हो चुका हैं। हम सब आज संकल्प ले और सभी समय-समय पर वृक्ष लगाएं उनकी देखरेख कर संरक्षण करें व दूसरों को भी प्रेरित करें।

प्रकृति प्रेमी एवं नगर निगम के स्वच्छता सर्वेक्षण ब्राण्ड एम्बेसिडर  महेष तिवारी ने नगर निगम द्वारा किये जा रहे कार्य की प्रशंसा करते हुये कहा कि जहॉ एक ओर शहर में घूमने वाले जानवरों से गंदगी फैलती है और वातावरण दूषित होता है यही जानवर जब निकलते है तो पेड़ पौधों को नुकसान पहुॅचाते है। इसलिये डेयरी विस्थापन कार्य को उन्होने सराहनीय बताते हुये महापौर, निगमाध्यक्ष एवं निगमायुकत सहित संपूर्ण परिषद को धन्यवाद दिया।

 

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