बहुचर्चित चोरी का खुलासा, 7 आरोपियों में 2 महिलाएं, मुख्य सरगना फरार
सागर। मोतीनगर थाना क्षेत्र में भाग्योदय अस्पताल पास शास्त्री वार्ड में एक सूने मकान से हुई लाखों की चोरी के मामले में पुलिस ने 3 नाबालिग सहित 7 चोरो को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में दो महिलाएं भी शामिल है। वारदात का मुख्य आरोपी अजय फरार है। जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।
एसपी अभिषेक तिवारी ने पत्रकार वार्ता करते हुए बताया कि 22 मई को एक निजी कंपनी के मैनेजर प्रशांत जैन ने मोतीनगर में शिकायत की थी। शिकायत में बताया कि वे परिवार के साथ जबलपुर शादी में शामिल होने गए थे। इस दौरान घर में ताला लगा था। वे शादी से लौटकर घर आए तो दरवाजे के ताले टूटे पड़े थे। घर के अंदर रखी अलमारी का सामान फैला था। वहीं अलमारी में रखे सोने-चांदी के जेवरात, नकद और लैपटॉप गायब थे। मामले की शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है। आरोपियों की तलाश शुरू की गई। जांच के दौरान पुलिस के हाथ सुराग लगे सुराग के आधार पर पुलिस ने भीतर बाजार निवासी सत्यम पुत्र कृष्ण केशरवानी, संत रविदास वार्ड निवासी सौरभ पुत्र भागीरथ विश्वकर्मा को और 3 नाबालिगों को हिरासत में लिया। थाने लाकर उनसे पूछताछ की गई। पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल लिया।
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पहले रैकी कर सूने घर की तलाश की और फिर तीन नाबालिग के साथ और संत रविदास वार्ड निवासी मुख्य सरगना अजय पिता महेश तिवारी के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों ने चोरी में मिले सोने-चांदी के जेवर, लैपटॉप, टेबलेट और 20 हजार रुपए नकद आपस में बांटकर शेष बचे माल को राधा तिवारी और काजल तिवारी को दे दिये
चोरी का मुख्य सरगना अब भी फरार
आरोपियों से सोने के करीब 15 तौला के जेवरात, 800 ग्राम चांदी के गहने, 3 लैपटॉप, 2 टेबलेट कुल कीमत करीब 11 लाख रुपए का सामान बरामद किया है। मामले में पुलिस ने सत्यम केशरवानी, सौरभ विश्वकर्मा, राधा तिवारी, काजल केशरवानी समेत तीन नाबालिगों को गिरफ्तार किया है। नाबालिग को किशोर न्याय बोर्ड में पेश कर संप्रेषण गृह और अन्य आरोपियों को कोर्ट पेश कर जेल भेजा गया है। घटना के बाद से मुख्य आरोपी अजय तिवारी गिरफ्त से दूर हैं।