मर्चुरी में तीन दिन से रखे अज्ञात युवक के शव को कीड़ो ने छतिग्रस्त कर दिया, चिकित्सा अधिकारी को हटाया गया
सागर। बीना के सिविल अस्पताल में दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। मर्चुरी में तीन दिन से रखे अज्ञात युवक के शव को कीड़े खा रहे थे और जिम्मेदार अनजान बने रहे। मंगलवार को पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी के दरवाजे खोलते ही अंदर का वीभत्स दृश्य देख कर लोगों को रोंगटे खड़े हो गए। शव में असंख्य कीड़े लगे हुए थे। पुलिस ने आनन फानन में पोस्टमार्टम की औपचारिकता कराकर देर शाम शव दफन करा दिया। वहीं दूसरी ओर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने डीप फ्रीजर खराब होने का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चार दिन पहले पुलिस ने हींगी रोड के बाजू में खेत में अज्ञात युवक का शव बरामद किया था, पुलिस ने मर्ग पंचनामा कार्रवाई के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी में रखा दिया। डीप फ्रीजर शव रखते समय पुलिस और सफाई कर्मचारियों ने लापरवाही बरती बंद फ्रीजर में लाश रखकर दो दिन तक किसी शव देखने की जहमत नहीं उठाई। मंगलवार को जब पोस्टमार्टम के लिए शव डीप फ्रीजर से बाहर निकाला गया तो लोगों को रौंगटे खड़े हो गए । दृश्य इतना वीभत्स था कि सड़ी-गली लाशों का पोस्टमार्टम करने वाले सफाई कर्मचारी भी मर्चुरी से निकलकर बाहर आ गए। क्योंकि पूरी लाश पर कीड़ों की परत जम चुकी थी। बड़ी मुश्किल से एक सफाई कर्मचारी ने हिम्मत जुटाकर डा. आलोक यादव के साथ पोस्टमार्टम की औपचारिकता की । नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों की मदद से पुलिस ने देर शाम शव श्मशान घाट में दफना दिया।
पोस्टमार्टम के लिए शव डीप फ्रीजर से बाहर निकालते ही अस्पताल परिसर में दुर्गंध फैल गई। स्थिति यह थी कि मर्चुरी से करीब 100 मीटर की दूसरे से निकलने पर लोगों को उल्टियां हो रही थीं। थाना प्रभारी कमल निगवाल ने बताया कि शव डीप फ्रीजर में ही रखा गया था, है। लेकिन फ्रीजर खराब होने से शव की यह स्थिति हुई
इस मामले में जब सिविल अस्पताल के प्रभारी डा. संजीव अग्रवाल से जानकारी ली तो उनका कहना था कि पुलिस पोस्टमार्टम कराने मेरे पास आई थी, मैंने कहा था कि मृतक की उम्र 30 साल है। कोशिश करो की उसकी शिनाख्त हो जाए। शव डीप फ्रीजर में रखा है, इसलिए वह खराब नहीं होगा। लेकिन बात में मुझे बताया गया कि फ्रीजर 15 दिन से खराब है। इसके चलते आज पोस्टमार्टम कर दिया गया है। शव रखते समय देखना चाहिए था कि डीप फ्रीजर बंद है या चालू ।
खंड चिकित्सा अधिकारी को हटाया गया
घटना के तत्काल पश्चात कलेक्टर दीपक आर्य ने खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव अग्रवाल को तत्काल प्रभाव से हटाने का आदेश दिए।
कलेक्टर श्री आर्य ने डॉ. संजीव अग्रवाल के स्थान पर डॉ. अरविद गौर चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राहतगढ़ को आगामी आदेश तक खंड चिकित्सा अधिकारी बीना, आगासोद के पद पर पदस्थ करने के आदेश जारी किए हैं।