विश्वविद्यालय के प्रति प्रेम की भावना विकसित करें विद्यार्थी- कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता
सागर। डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर के स्वर्ण जयंती सभागार में विश्वविद्यालय के छात्र-कल्याण एवं सांस्कृतिक परिषद् के तत्त्वावधान में कक्षा प्रतिनिधि एवं अध्ययन शाला प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास एवं अकादमिक गतिविधियों में कक्षा प्रतिनिधियों एवं अध्ययन शाला प्रतिनिधियों की बड़ी महती भूमिका होती है. छात्र परिषद् के चुने हुए विद्यार्थी एक सेतु की भूमिका निभाते हैं. जिनके माध्यम से विद्यार्थियों के बीच और विश्वविद्यालय प्रशासन की विभिन्न इकाईयों के बीच संवाद के माध्यम से न केवल विभिन्न गतिविधियों का संचालन होता है बल्कि समस्याओं का समाधान भी होता है. उन्होंने कहा कि छात्र परिषद् के सदस्य विश्वविद्यालय के नियमों का स्वयं पालन करें और अपने सहपाठियों को भी पालन करने हेतु प्रेरित करें. विश्वविद्यालय की प्रत्येक इकाई में विद्यार्थी प्रतिनिधि होते हैं जिससे विद्यार्थियों की जरूरतों के मुताबिक़ पाठ्यक्रम, विभिन्न अकादमिक कार्यक्रम एवं अन्य सह-शैक्षणिक गतिविधियों में उनकी भूमिका सुनिश्चित हो सके. उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थी अपने भीतर विश्वविद्यालय के प्रति प्रेम की भावना विकसित करें और संस्था के हित में आगे बढ़कर कार्य करें. उन्होंने गौर उत्सव 2022 के दौरान हुए विभिन्न खेलकूद, शैक्षणिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में प्रतिभागी एवं विजयी छात्र-छात्राओं को प्रमाण-पत्र प्रदान कर विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया. उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थी नवोन्मेषी बनें और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें ताकि विश्वविद्यालय का नाम और अधिक ऊँचाई पर पहुंचे. विश्वविद्यालय को नैक में ए-प्लस-प्लस (A++) ग्रेड मिले इसके लिए विद्यार्थियों की सक्रिय सहभागिता और उनकी भूमिका महत्त्वपूर्ण है.
प्रभारी छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. हेरेल थॉमस ने स्वागत भाषण दिया और छात्र परिषद् में चुने गए विद्यार्थियों को बधाई देते हुए विश्वविद्यालय के विकास में उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका को इंगित किया. आभार कुलसचिव डॉ. रंजन कुमार प्रधान ने व्यक्त किया. सांस्कृतिक परिषद् के समन्वयक डॉ. राकेश सोनी ने कार्यक्रम का समन्वयन किया. इस अवसर पर विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी जिसमें एकल नृत्य, समूह नृत्य, कव्बाली सहित कई प्रस्तुतियां हुईं. कार्यक्रम में प्रो. आशीष वर्मा, प्रो. भागवत, प्रो. एच. एस. आदिल, डॉ. रश्मि सिंह, डॉ. हिमांशु कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे।