कांग्रेस आदिवासियों को अपमानित करने का काम कर रही है – गौरव सिरोठिया
कांग्रेस कभी आदिवासियों का विरोध करती है तो कभी बलिदानियों का – यश अग्रवाल
सागर। विधानसभा नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह के द्वारा प्रदेश के बलिदानी वीरांगना रानी कमलापति को लेकर दिए गए बयान के विरोध में भाजपा ने रविवार को विरोध प्रदर्शन किया। भारतीय जनता युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष यश अग्रवाल के नेतृत्व में विधानसभा नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह का पुतला फूंका गया। सैकड़ों की संख्या में तीन बत्ती पर एकत्रित हुए पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पहले मुर्दाबाद के नारे लगाए और विधानसभा नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह का पुलता फूंका। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी करते हुए बयान की निंदा की।
इस दौरान भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया ने कहा कि कांग्रेस आदिवासियों को अपमानित करने का काम कर रही है। कांग्रेस के प्रमुख पद पर बैठे बड़े नेताओं की छोटी और ओछी मानसिकता का अंदाजा उनके बयानों को सुन–देखकर ही लगा सकते है। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह को बलिदानियों की जानकारी नहीं, वहीं कांग्रेस वीरांगनाओं का अपमान करने में लगी हुई है। उनका द्वारा दिया गया बयान पूरे प्रदेश अपमान है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष यश अग्रवाल ने कहा कि हमेशा से ही कांग्रेस का यही विचारधारा रहीं है। कांग्रेस कभी आदिवासियों का विरोध करती है तो कभी क्रांतिकारियों का। उन क्रांतिकारियों और बलिदानियों का अपमान करने का काम जो कांग्रेस कर रही है, उसे जनता कभी माफ नहीं करेगी। अग्रवाल ने कहा कि कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार प्रदेश की माताओं-बहनों को लेकर संवेदनशील है। इसलिए सरकार ने माताओं-बहनों के हित में फैसला लेते हुए पहले प्रदेश से शराब अहातों को बंद कराया और प्रदेश की बहनों को आर्थिक तौर पर संबल देने के लिए जो लाड़ली बहना योजना शुरू की हैं। उससे पूरी कांग्रेस बौखला गई है। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह द्वारा वीरांगना रानी कमलापति पर की गई टिप्पणी पूरे प्रदेश की ही नहीं बल्कि पूरी महिला जगत का अपमान है ।
विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि विधानसभा नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह के बयान की जितनी निंदा की जाए वो कम है। उन्होंने वीरांगना रानी कमलापति का अपमान नही किया, बल्कि प्रदेश की सभी माता- बहनों का अपमान किया है l बयान से उनकी और पूरे कांग्रेस की मानसिकता अब सबके सामने आ गई है। उन्हें सार्वजनिक तौर पर पूरे प्रदेश से माफिर मांगना चाहिए। इस दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे।