एमएलबी स्कूल की छात्राओं के अभिभावक बोले-सीएम राइज स्कूल का दर्जा यथावत रहे
विधायक बोले- अब सागर में दो सीएम राइज स्कूल होंगे
सागर। महारानी लक्ष्मी बाई सीएम राइस स्कूल में पालक एवं शिक्षकों की बैठक शुक्रवार को हुई। जिसमें विधायक शैलेंद्र जैन मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए। इस दौरान अधिकांश अभिभावकों ने उनसे कहा कि हम चाहते हैं यह स्कूल सीएम राइज ही बना रहे। बस शिक्षा सिर्फ छात्राओं के लिए ही हो। इस पर विधायक जैन ने कहा मेरा भी उद्देश्य नहीं है किसी सीएम राइस स्कूल का निर्माण न किया जाए। शुरुआत में यहां के शिक्षकों और कुछ लोगों ने बात रखी थी इसलिए मैं दूसरी दिशा में आगे बढ़ा था। परंतु समय रहते जब अधिकांश अभिभावक दर्जा यथावत रखने की मांग कर रहे हैं तो ऐसा ही करने का प्रयास करेंगे। सीएम राइज के कैंपस-1 यानी एमएलबी स्कूल परिसर में सिर्फ छात्राएं ही पढ़ेंगी। इसके लिए सीएम राइज का दर्जा अलग करने की जरूरत नहीं है। सीएम राइज स्कूल का दर्जा भी रहेगा और यहां पर को-एजुकेशन भी नहीं होगी। ऐसे में यहां पर पहले की तरह आगामी सालों में भी सिर्फ छात्राएं ही अध्ययन करेंगी। उन्होंने बताया कि यह आश्वासन स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने दिया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि सागर शहर में एक और सीएम राइज स्कूल इसी सत्र में स्वीकृत किया जाएगा, जिसमें को-एजुकेशन होगी और वर्तमान विद्यालय के ऐतिहासिक स्वरूप को यथावत रखते हुए उपलब्ध खाली भूमि पर बिल्डिंग निर्माण वर्टिकली किया जायेगा । दरअसल, शहर के एमएलबी स्कूल-1 को सीएम राइज बनाए जाने के विषय पर विधायक जैन ने भोपाल पहुंचकर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार से भेंट की। उन्हें सागर शहर के अभिभावकों की भावनाओं से अवगत कराते हुए बताया कि एमएलबी स्कूल सागर का काफी पुराना विद्यालय है। जहां पर बड़ी संख्या में छात्राएं अध्ययन करती हैं। यहां प्रवेश के बाद बच्चियों के अभिभावक अपने आपको निश्चिंत महसूस करते हैं और इस विद्यालय में सुरक्षा का वातावरण रहता है।
सीएम राइज में चयन होने के बाद इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि अब इस विद्यालय को को-एड कर दिया जाएगा और यहां पर छात्र-छात्राएं दोनों अध्ययन करेंगे। चूंकि सागर नगर में सिर्फ एक मात्र एमएलबी कन्या विद्यालय है, अतः सीएम राइज रहते हुए एमएलबी स्कूल को कन्या विद्यालय के रूप में ही विकसित किया जाए। सीएम राइस स्कूल के निर्माण को लेकर विधायक शैलेंद्र जैन ने सीएम शिवराज सिंह चौहान एवं विभागीय मंत्री इंदर सिंह परमार से मुलाकात कर यह विषय रखा था