हड़ताल के चौथे दिन रैली निकालकर प्रदर्शन और मुख्यमंत्री के नाम संयुक्त मोर्चा ने सौपा ज्ञापन

आंगनबाडी हड़ताल के चौथे दिन रैली निकालकर प्रदर्शन और मुख्यमंत्री के नाम सौपा गया ज्ञापन

सागर। आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका संघ की राज्य व्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में चौथे दिन भी जारी रही। हडताल के चौथे दिन परियोजना अधिकारी, सुपरवाइजर, पर्यवेक्षक व आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिकाओं का संयुक्त जुलूस तीन मढ़िया से प्रारंभ होकर बस स्टैण्ड, गोपालगंज, कालीचरण चौराहा, सिविल लाईन होता हुआ कलेक्ट्रेट पहुंचा जहां कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी करते हुए नगर दण्डाधिकारी शशि मिश्रा को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम संबोधन ज्ञापन सौपा।

प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए संयुक्त मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष, परियोजना अधिकारी, विजय जैन ने कहा कि महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी व पर्यवेक्षक का ग्रेड-पे 3600 से बडाकर 4800 किया जाए। महिला सशक्तिकरण अधिकारी को परियोजना अधिकारी घोषित किया जाए। आहरण एवं संवितरण अधिकार पुनः वापिस हो। परियोजना अधिकारी विजय कोरी ने कहा कि प्रदेश सरकार हमारी मांगों को नजर अंदाज न करे परियोजना अधिकारी सुपरवाइजर पर्यवेक्षक का नियमितीकरण दोवारा विना परीक्षा लिए किया जाए। पर्यवेक्षक का प्रमोशन कम से कम तीन पूर्ण सेवा में हो टी,ए, डीए का लाभ भी दिया जाए।

पर्यवेक्षक संघ अध्यक्ष श्रीमति नीरजा शुक्ला ने कहा कि महिला बाल विकास विभाग में परियोजना व सुपरवाइजर का कार्य कर रहे संविदाकर्मियों को कई वर्ष बीत जाने के उपरांत भी नियमित नहीं किया न ही उन्हें प्रमोशन दिया गया। आंगनबाडी संघ अध्यक्ष श्रीमति लीला शर्मा ने कहा कि आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका / मिनी कार्यकर्ता को न्यूनतम वेतनमान दिया जाएं रिटायरमेंट पर आंगनबाडी कार्यकर्ता को तीन लाख सहायिकाओं को डेढ लाख दिए जाए। सन् 2018 में बडाई गई 1800 रूपये एरियर्स की राशि का भुगतान किया जाए। आयु सीमा बडाकर 65 वर्ष की जाए अन्यथा आंगनबाडी कार्यकर्ता, सहायिका अपने परियोजना अधिकारी, सुपरवाइजर, पर्यवेक्षक के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में अनिश्चित कालीन हड़ताल समाप्त नहीं करेगे। शिवसेना राज्य उपप्रमुख पप्पू तिवारी ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि अब भी प्रदेश की सरकार ने आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका, परियोजना व सुपरवाइजरों की मांगें नहीं मानी तो इसका प्रभाव विधानसभा चुनाव पर निश्चित पडेगा। पूर्व में भी आंगनबाडी कार्यकर्ता, सहायिकाओं की हडताल पर मुख्यमंत्री व केबिनेट मंत्री ने दिए आश्वासन पर अभी तक अमल नहीं किया। अब ईट का जवाव पत्थर से दिया जाएगा। हडताल में कल्पना साहू, कामिनी दुबे, रश्मि शर्मा, आशीष ज्योतिषी, पप्पू तिवारी, हेमराज आलू, कमलेश तिवारी, आरती चिरवलिया, अल्का सेन, ममता निषाद, स्वाति राय, उर्मिला सरवैय, किरण भार्गव, ज्योति रावत, रचना चौरसिया, पूरन कबीरपंथी, माया ठाकुर, मीना, बबीता सहित अनेक जिले भर की आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका सहित परियोजना अधिकारी, सुपरवाइजर शामिल थे।

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