पशुपालकों की बैठक सम्पन्न, प्रशासन के एक तरफा फैसले को गलत करार दिया गया
सागर। बुधवार को म्युनिसिपल स्कूल परिसर में शहर के पशुपालकों एवं डेयरी मालिकों की बैठक रखी गयी इसमें सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करते हुए जिला पशुपालक संघ को भंग किया गया। बेथकंकर की अध्यक्षता सपा नेता गोरी यादव ने की, सर्वसम्मति से देवकी यादव को अध्यक्ष पद से हटाया गया। इसमें बताया गया कि वे 17 जून 2018 से कोई बैठक बुलाए बिना पशुपालकों और डेयरी मालकों की सहमति तथा बिना विचार विमर्श किए प्रशासन से मिलकर एकतरफा निर्णय लेते रहे।
उनके निर्णय से पशुपालक और डेयरी मालिक सहमत नहीं हैं। इसी कारण से पशुपालकों और डेयरी मालकों ने 25 सदस्यीय कार्यसमिति का गठन किया है। जिसमें सपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष गौरी यादव, पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश यादव, रमेश चंदेल, तोता यादव, बद्री यादव, सुरेश घोसी, प्रेमनारायण यादव, सुदीप त्रिवेदी, विनोद घोषी, मुकेश पांडे, भीष्म राजपूत, विक्की जैन, हीरा साहू, रोहित केशरवानी, चंदन ठाकुर आदि को रखा गया है।
गौरी यादव ने कहा कि डेयरी विस्थापन के संदर्भ में शासन प्रशासन द्वारा सभी पशुपालकों और डेयरी मालिकों से बिना चर्चा किए डेयरी विस्थापन का कार्य कुछ लोगों की सहमति से किया जा रहा है, वह पूर्णतः अनुचित है। वास्तव में अगर देखा जाए तो पशुपालन में 70 फीसदी महिलाएं काम करती हैं, उन्हें आने वाली परेशानियों को भी नजरअंदाज करते हुए निगम प्रशासन निर्णय ले रहा है। जगदीश यादव ने कहा पूर्व में भी जिला और निगम प्रशासन डेयरी विस्थापन को लेकर सभी पशुपालकों और डेयरी मालिकों की बैठक कर समस्याओं के निदान के लिए विचार विमर्श कर सहमति से कार्य करते थे। परंतु इस बार बिना पशुपालकों की बैठक बुलाए और बिना सहमति के तानाशाहीपूर्ण तरीके से डेयरियों को बाहर करना चाहते हैं। गौरतलब है कि नगर निगम परिषद के सम्मेलन में 1 अप्रैल शहर को पशु विचरण मुक्त क्षेत्र घोषित करने का निर्णय चुका है। इसके बाद कलेक्टर द्वारा भी आदेश जारी किया जा चुका है कि 1 अप्रैल के बाद गौवंश खुले में मिलने पर पशुपालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी से 1 अप्रैल के पहले डेयरियों का संचालन विस्थापन स्थल से करने का आदेश भी जारी किया है।