MP:इंदौर के बीसीएम समूह पर आज दूसरे दिन भी आयकर छापे की कार्रवाई जारी रही। कल सुबह से 40 से अधिक टीमों ने अलग-अलग ठिकानों पर छापे डाले हैं।
सूत्रों का कहना है कि डायमंड ज्वैलरी सहित मेहता परिवार द्वारा शुरू किए गए प्रोजेक्टों के जमीनी सौदों से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। वहीं बैंगलुरु में मौजूद उनके बेटे को भी आयकर विभाग की टीम ने कल फोन कर इंदौर बुला लिया। सूत्रों का कहना है कि पिछले सालभर में मेहता परिवार ने कई कॉलोनियां लॉन्च की, जिनमें डायरियों पर भी माल बेचा, जिसके चलते आयकर छापे की यह कार्रवाई हुई है, क्योंकि समूह के होटल, एज्युकेशन, हॉस्पिटल सहित अन्य व्यवसाय तो एक नम्बर के ही हैं।
बीते एक साल से इंदौर का रियल इस्टेट कारोबार तेजी से ऊपर चढ़ा, जिसके चलते शहर की चारों दिशाओं में धड़़ाधड़ कॉलोनियां लॉन्च होने लगी, जिनमें अधिकांश माल यानी भूखंड डायरियों पर ही बेचे जाने लगे और शहर के हर बिल्डर-कालोनाइजर ने यह धंधा जमकर किया। मेहता समूह ने भी बीते सालभर में अलग-अलग क्षेत्रों में कॉलोनियां काटी। बताया जाता है कि हिंगोनिया, नैनोद, राऊ से लेकर अन्य क्षेत्रों की कॉलोनियों में दलालों ने डायरियों पर माल बेच डाला। लिहाजा ब्रोकरों पर आयकर विभाग ने छापामार कार्रवाई की है। बीसीएम-3 का एक प्रोजेक्ट नैनोद में भी आया, जिसके जमीन मालिक राजेन्द्र व मनोज लोढ़ा के यहां भी आयकर टीम पहुंची, उनके साथ रेशो डील की गई है।
मेहता समूह पर आयकर छापे का कारण भी डायरियों पर बेचा गया माल ही है। वरना हॉस्पिटल, होटल से लेकर एज्युकेशन सहित उनके अन्य व्यवसाय में आयकर चोरी से संबंधित कोई शिकायतें नहीं है। सूत्रों का कहना है कि विभाग को अधिक बड़़ी चोरी नहीं मिलेगी। अलबत्ता जमीनों के सौदों से लेकर अन्य दस्तावेज मिले हैं। आज दूसरे दिन भी आयकर की यह छापामार कार्रवाई जारी रही है। पिछले दिनों ही कोकीलाबेन हॉस्पिटल का शुभारंभ भी हुआ, जिसमें सदी के महानायक अमिताभ बच्चन मौजूद रहे। उसके बाद ही मेहता परिवार सुर्खियों में आया और ये आयकर छापे की कार्रवाई भी हो गई। आयकर विभाग की टीमों ने बीसीएम ग्रुप के दफ्तरों, शांति निकेतन स्थित निवास के अलावा बिजनेस पार्क स्थित होटल के ऑफिस सहित 40 से अधिक ठिकानों पर ये कार्रवाई की है और उसके साथ ही ब्रोकरों और कॉलोनियों को विकसित करने वाले एक ठेकेदार पर भी छापा मारा गया है।