अधिवक्ताओं की कलम बंद हड़ताल, एक दीनी सांकेतिक हड़ताल, माँगे पूरी नही हुई तो आगे होंगे क्रमिक आन्दोल
सागर। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अंकलेश्वर दुबे ने बताया कि माननीय म.प्र. उच्च न्यायालय समस्त न्यायालयो को निर्देशित किया गया हैं कि पिछले वर्ष जैसा इस वर्ष पुराने प्रकरणो को सूचीबद्ध किया जाये और समय सीमा में उन प्रकरणों का निराकरण किया जाये
उक्त निर्देश के अनुसार पुराने प्रकरण समय सीमा के अन्तर्गत निराकृत किये जायेगें जिससे लोगो को न्याय प्राप्त नहीं होगा बल्कि केवल प्रकरणों का निराकरण होगा। और पक्षकारो के साथ, अधिवक्ताओं और • न्यायालयों पर दबाव होगा की उक्त मामले शीघ्र सुनवाई कर निराकृत किये जाये जिससे न्याय का उद्देश्य विफल हो जायेगा और न्यायालयों द्वारा नये प्रकरणों की सुनवाई पर बल नही दिया जायेगा, जिससे नये प्रकरण पिछड़ते जायेगें ।
जिला अधिवक्ता संघ सागर उक्त सूची बद्ध प्रकरणों का निराकण का समर्थन करता हैं किन्तु एक निश्चित समय सीमा में निराकण का विरोध करता हैं क्योकि यदि निराकरण को समय सीमा में बांध दिया जाये तो लोगो को न्याय प्राप्त नही हो सकेगा आज अधिवक्ता संघ सागर के द्वारा लाल रिवन बांध कर सांकेतिक विरोध किया गया हैं लेकिन माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा यदि उक्त आदेश को वापित नही लिया गया तो जिला अधिवक्ता संघ सागर पूर्ण कलम बंद हडताल के लिये विवश होगा ।
उन्होंने कहा कि माननीय मुख्य न्यायाधिपति म.प्र. उच्च न्यायालय जबलपुर से अनुरोध है कि उक्त आदेश पर पुनः विचार कर आदेश को शीघ्र वापिस लिया जाये जिससे लोगो को प्राकृतिक,निश्पक्ष, पारदर्शी न्याय प्राप्त हो सके।