MP: पूर्व में सस्पेंड हो चुका फिर भी बाज नही आया, नाबालिग के धर्मांतरण में बन्द खान की मदद कर रहा था जेल प्रहरी

सस्पेंड के बाद बहाल हुआ जेल प्रहरी फिर गलत कामो में जुट गया, धर्मांतरण और पॉस्को के मामलें में बंद आरोपी की अवैध पैरवी कर रहा था प्रहरी

गजेंद्र ठाकुर✍️-9302303212

सागर। खुरई उप जेल में तैनात जेल प्रहरी का एक ऑडियो सामने आया है। यह ऑडियो जेल प्रहरी और धर्मांतरण मामले की पीड़िता के वकील के हुई बातचीत का बताया ज रहा हैं। जेल प्रहरी ऑडियो में वकील से माफी मांगता हुआ सुनाई देर रहा है। मामला- खुरई उप जेल में एक किशोरी पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने के मामले में शासकीय शिक्षक शमीम खान बंद है। इसी केस में जेल प्रहरी देवेंद्र शर्मा ने पहले पीड़िता के पिता को सुलह करने के लिए रुपयों का लालच दिया था और नहीं मानने पर झूठे केस में फंसाने की बात कहकर धमकाया भी था। जिसका खुलासा होने पर जेल प्रहरी ने पीड़िता के वकील अभिषेक राय को फोन लगाकर माफी मांगी। फिर वह इस बात से मुकर गया कि उसने पीड़िता के पिता को बुलाया था।

यह था मामला- 2 माह पहले नवंबर में सागर के बीना की सरकारी स्कूल में पदस्थ शिक्षक शमीम खान की एक शिकायत की गई थी। जिसमें नाबालिग पीड़िता ने शिक्षक पर धर्मांतरण का दवाब बनाने का आरोप लगाया था। मामले में पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और अन्य धाराओं में केस दर्ज कर गिरफ्तार कर उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां कोर्ट ने उसे खुरई उप जेल भेज दिया था। तब से वह जेल में बंद है। इस मामले में अपने केस को कमजोर कराने के लिए शिक्षक ने एक जेल प्रहरी की मदद ली और जेल प्रहरी ने किशोरी के पिता को जेल बुलाकर 6 लाख रुपए का लालच दिया है।
बता दें जेल प्रहरी देवेंद्र शर्मा साल 2021 के पहले तक भोपाल सेंट्रल जेल में पदस्थ था वहां पर भी जेल में बंद कैदियों को नशीले पदार्थों की सप्लाई करने का मामला सामने आया था। इस दौरान जेल प्रहरी देवेंद्र शर्मा को सस्पेंड कर दिया गया था। इस बात की पुष्टि सागर सेंट्रल जेल के अधीक्षक दिनेश नरगावे ने की है, और कहा कि मैं उस समय भोपाल सेंट्रल जेल में ही पदस्थ था, इसलिए मुझे मामले की जानकारी है। बहाली के बाद खुरई उपजेल में पोस्टिंग

भोपाल से सस्पेंड होने के बाद जैसे ही उसकी बहाली हुई तो जेल प्रहरी देवेंद्र शर्मा की पहली पोस्टिंग अक्टूबर 2021 में खुरई उपजेल में हुई। यहां भी उसने अपनी तैनाती जेल के अंदर कैदियों के बैरक के आसपास होने का फायदा उठाना शुरू दिया। सूत्रों का कहना है कि यह कैदियों के परिजनों से मिलता रहता था, और उनकी हर प्रकार से मदद करने में भी सक्रिय था।
जेल में बंद आरोपी शिक्षक शमीम खान की मदद करने वाला जेल प्रहरी देवेंद्र एक ऑडियो सामने आया है। जिसमें वह माफी मांगने की बात कर रहा है। मंगलवार शाम को जेल प्रहरी देवेंद्र ने किशोरी के पक्ष के बीना निवासी एडवोकेट अभिषेक राय से फोन पर मांफी और आगे से इस प्रकार की हरकतें न करने का आश्वासन दिया। इसके बाद बुधवार की सुबह प्रहरी देवेंद्र शर्मा बीना कोर्ट पहुंचा। अभिषेक राय ने बताया कि उसका कहना था कि उसे मामले की जानकारी नहीं थी यदि यदि माफ नहीं किया तो उसकी नौकरी चली जाएगी।
सागर सेंट्रल जेल अधीक्षक दिनेश नरगावे ने बताया कि इस मामले की केवल मुझे जानकारी है। पीड़ित पक्ष ने कोई शिकायत नहीं की है। पीड़ित पक्ष ने इसकी शिकायत डीजी और पुलिस अधीक्षक से की है। शिकायत मिलने के बाद उस पर कार्रवाई की जाएगी। भोपाल पदस्थापना के दौरान जिस प्रहरी को सस्पेंड किया गया था वह यही देवेंद्र शर्मा था।
इधर राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य ओंकार सिंह ने बताया कि शिक्षक शमीम खान के कई महिलाओं से संबंध थे और इसकी कई शिकायतें भी थी। आयोग में मामला आने के बाद शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। अब वह जेल में बंद है और वहां से भी समझौते का प्रयास कर रहा है। जेल प्रहरी के माध्यम से किशोरी के पिता को कॉल किया गया था। जेल प्रहरी के खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए और जेल प्रहरी के खिलाफ मामला भी दर्ज होना चाहिए, ताकि आगे ऐसी कोई गलती न करें।

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